
आय से अधिक संपत्ति मामले में फंसे नोएडा अथॉरिटी के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह पर सीबीआई का शिकंजा कसता जा रहा है. बुधवार को सिंह ने नोएडा सेक्टर-51 स्थित घर पर सीबीआई का छापा पड़ा है. अधिकारी पूर्व चीफ इंजीनियर की पत्नी को बहू को भी पूछताछ के लिए साथ ले गए हैं.
यादव सिंह के खिलाफ सीबीआई ने दो केस भी दर्ज किए हैं. मंगलवार को उनके नोएडा, ग्रेटर नोएडा, फिरोजाबाद और आगरा समेत उनके 14 ठिकानों पर छापा मारा गया था. बुधवार को सीबीआई के 11 अधिकारी यादव सिंह के घर पहुंचे और छापा मारा.
जनहित याचिका पर सुनवाई
सामाजिक कार्यकर्ता नूतन ठाकुर ने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा का घोटाला करने वाले यादव सिंह के मामले की जांच सीबीआई से कराने को लेकर एक जनहित याचिका दायर की थी. ठाकुर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर करके कहा था कि इस मामले में राज्य सरकार की पूर्ण निष्क्रियता साफ दिख रही है और मामले की सीबीआई जांच कराई जाए. इसके बाद केस सीबीआई को सौंप दिया गया.
आयकर की रेड में खुला मामला
गौरतलब है कि 954 करोड़ रुपये के टेंडर घोटाला मामले में आयकर विभाग ने यादव सिंह और उनकी पत्नी के परिसरों पर छापे मारे थे. इनमें भारी मात्रा में नगदी, दो किलो सोना और हीरे के आभूषण बरामद हुए. विभाग ने उनके दर्जन से ज्यादा बैंक खातों और उनके द्वारा संचालित निजी फर्मों को भी अपनी जांच के दायरे में ले लिया.
खबरों के मुताबिक अपने करियर के लंबे समय तक यादव के पास इंजीनियरिंग की डिग्री तक नहीं थी. लेकिन हर बार पैसों के बल पर उसका प्रमोशन होता रहा.