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पाकिस्तान के PM इमरान खान को दलाई लामा की सलाह, काबू में रखें जज्बात

दलाई लामा ने मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सलाह दी कि वे अपने जज्बातों पर काबू रखें और क्षेत्र में शांति के लिए व्यावहारिक रुख अपनाएं.

तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा (फोटोः PTI) तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा (फोटोः PTI)
मनजीत सहगल
  • चंडीगढ़,
  • 15 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 11:18 PM IST

  • 'पाक का चीन से राजनीतिक समर्थन लेना मजबूरी'
  • राम मंदिर पर कुछ भी बोलने से किया इनकार

तिब्बती आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा ने मंगलवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को सलाह दी कि वे अपने जज्बातों पर काबू रखें और क्षेत्र में शांति के लिए व्यावहारिक रुख अपनाएं. दलाई लामा ने इमरान खान और पाकिस्तान के अन्य नेताओं को जज्बातों से आगे निकल कर विचार करने के लिए कहा.

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दलाई लामा चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की ओर से आयोजित सेमिनार में हिस्सा लेने के लिए चंडीगढ़ में थे. सेमिनार का विषय था- गुरु नानक देव जी के संदर्भ में आधुनिक शिक्षा में धर्मनिर्पेक्ष मूल्य.

दलाई लामा ने संयुक्त राष्ट्र में हाल में इमरान खान के भाषण में हिन्दुत्व के खिलाफ बयान देने की आलोचना की. वहीं उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उसी मौके पर आतंकवाद के खिलाफ दुनिया से एकजुट होने के लिए किए गए आह्वान की तारीफ की.

दलाई लामा ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र में भारत और पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों के भाषणों में अंतर देखा जा सकता है. जहां भारतीय प्रधानमंत्री ने शांति की बात की, वहीं आप जानते हैं कि पाकिस्तान के उनके समकक्ष ने क्या कहा. उन्होंने कहा कि चीन का राजनीतिक समर्थन पाकिस्तान की मजबूरी है. लेकिन पाकिस्तान को भारत की भी जरूरत है. पाकिस्तान के नेताओं को शांत होकर जज्बातों से अलग जाकर सोचना चाहिए और व्यावहारिक सोच अपनानी चाहिए.

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ट्रंप का सीरिया से सैनिक बुलाना महंगा पड़ेगा

तिब्बती आध्यात्मिक गुरु ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से सीरिया से अमेरिकी सैनिकों को वापस लेने का फैसला मानवता को महंगा पड़ेगा. उन्होंने उत्तरी सीरिया में तुर्की के आक्रमण का हवाला दिया. दलाई लामा ने ट्रम्प को भी भावनाओं में आकर फैसले न लेने की नसीहत दी.

चीनी युवाओं को समझना चाहिए लोकतंत्र के मायने

भारत-चीन संबंधों पर दलाई लामा ने कहा कि दो अग्रणी अर्थव्यवस्थाओं के लिए यह अच्छा है, लेकिन युवा चीनियों को भारत से लोकतंत्र के मायने भी समझने चाहिए. दलाई लामा ने कहा कि वे चाहते हैं कि भारत ज्यादा चीनी छात्रों को अपने यहां बुलाए, जिससे उन्हें लोकतंत्र के अर्थ की शिक्षा दी जा सके.

चीन में मुझे दकियानूसी कहा जाता है

दलाई लामा ने कहा कि कुछ चीनी छात्र जो अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान और यूरोप में पढ़ते हैं. मुझसे कई मौकों पर मिलते हैं और कहते हैं कि मैं वैसा नहीं हूं जैसा कि चीन में मेरे बारे में बताया जाता है. चीन में मुझे दकियानूसी कहा जाता है और इन छात्रों के मुताबिक उन्होंने मुझे बिल्कुल भी वैसा नहीं पाया. दलाई लामा ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर कोई प्रतिक्रिया देने से इनकार किया. उन्होंने कहा कि कभी अयोध्या नहीं गया, इसलिए जानकारी नहीं है.

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