
भारत हुर्रियत नेताओं से मुलाकात के मसले पर पाकिस्तान के अड़े होने की वजह से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) स्तर की बातचीत रद्द कर सकता है. नवाज शरीफ सरकार वार्ता को लेकर भारत की कोई भी शर्त मानने को तैयार नहीं है. दूसरी ओर भारत सरकार हुर्रियत नेताओं को रोकने के लिए जरूरी कदम उठा रही है.
इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि हमने पाकिस्तान को अपना रुख स्पष्ट कर दिया है कि उफा में तय एजेंडे पर ही NSA वार्ता होगी और इस बैठक में सिर्फ आतंकवाद के मुद्दे पर चर्चा होगी.
भारत के सब्र की भी सीमा...
भारत ने कहा, 'एकतरफा तरीके से शर्तों को थोपना और पहले से तय एजेंडे को बिगाड़ देना एनएसए स्तर की वार्ता का आधार नहीं हो सकते.' भारत ने वार्ता रद्द करने का कोई औपचारिक ऐलान तो नहीं किया, लेकिन संकेत दे दिया कि उसके सब्र की भी एक सीमा है.
एक बेहद कड़े बयान में भारत ने पाकिस्तान के एनएसए सरताज अजीज के साथ हुर्रियत नेताओं की मुलाकात की पाकिस्तानी जिद पर सवाल उठाए हैं. इसमें कहा गया है कि यह उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ के बीच हुई सहमति से 'पूरी तरह से विचलन' है.
'हमारे रिश्ते में सिर्फ 2 पक्ष, 3 नहीं'
विदेश मंत्रालय के बयान में कहा गया है, 'भारत ने हमेशा से ही साफ कर रखा है कि हमारे रिश्तों (भारत-पाकिस्तान) में सिर्फ दो पक्ष हैं, तीन नहीं.' यह इशारा पाकिस्तान की तरफ से हुर्रियत नेताओं को अजीज से मुलाकात के न्योते की तरफ है.
बयान से ऐसा लगा कि कि 23-24 अगस्त को भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज के बीच प्रस्तावित बातचीत रद्द कर दी गई है. लेकिन, बयान आने के फौरन बाद भारतीय अधिकारियों ने साफ कर दिया कि वार्ता रद्द नहीं की गई है.
'हुर्रियत से बात करना पुरानी परंपरा'
दूसरी ओर, पाकिस्तान ने भारत के विदेश मंत्रालय के रुख पर निराशा जाहिर की है. साथ ही पाकिस्तान ने कहा है कि हुर्रियत नेताओं से उसकी बातचीत पुरानी परंपरा का हिस्सा है.
तीसरा पक्ष भारत को मंजूर नहीं
भारत ने पाकिस्तान के सामने यह शर्त रखी है कि वह दोनों देशों के NSA की बातचीत से पहले किसी हुर्रियत नेता
से बात न करे. साथ ही भारत ने पाकिस्तान से दो-टूक कहा है कि इस मीटिंग
में सिर्फ आतंकवाद को लेकर ही बात होगी, न कि कश्मीर मुद्दे पर. भारत का
मानना है कि किसी और पक्ष से बातचीत बाद में भी की जा सकती है.
कायम है पाकिस्तान का अड़ियल रुख
भारत
के इस रुख पर पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ ने उच्चस्तरीय बैठक की. पाक
सरकार के सूत्रों के मुताबिक, नवाज सरकार हुर्रियत पर भारत की शर्त नहीं
मानेगी. पाकिस्तान के NSA सरताज अजीज हर हाल में हुर्रियत नेताओं से
मिलेंगे. हालांकि ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि नवाज शरीफ की बैठक के बाद
पाकिस्तान कश्मीर पर लचीला रुख अपना सकता है. पाकिस्तान के अजेंडे में
सीजफायर का मुद्दा भी शामिल है. नवाज ने कहा है कि LoC और अंतराराष्ट्रीय
सीमा पर फायरिंग के मुद्दे पर भी बातचीत होगी.
दिल्ली आने से रोके जाएंगे अलगाववादी नेता
सूत्रों
के मुताबिक, केंद्र ने जम्मू-कश्मीर सरकार को कोई भी जरूरी कदम उठाने को
कहा था. अगर जरूरत पड़ी, तो अलगाववादी नेताओं को श्रीनगर छोड़ने पर नजरबंद
किया जा सकता है. इन्हें दिल्ली आने से रोका जाएगा. अगर अलगाववादी नेता
दिल्ली पहुंचते हैं, तो इन्हें हिरासत में लिया जा सकता है.
विदेश मंत्रालय ने साफ किया भारत का रुख
इससे पहले, भारत ने कड़ा रुख दिखाते हुए पड़ोसी देश पाकिस्तान को दो-टूक शब्दों में
नसीहत दी कि पाक NSA सरताज अजीज का भारत
में हुर्रियत के प्रतिनिधियों से मिलना सही नहीं होगा. विदेश मंत्रालय के
प्रवक्ता विकास स्वरूप ने ट्वीट कर यह जानकारी दी.