
बारिश से देश के कई राज्य बुरी तरह से प्रभावित हैं, लेकिन कई राज्य ऐसे भी हैं जो बारिश नहीं होने से सूखे से परेशान हैं. गुजरात भी उन राज्यों में है जहां पर्याप्त बारिश नहीं होने से सूखे का खतरा मंडरा रहा है.
गुजरात में संभावित सूखे को देखते हुए राज्य की विजय रुपाणी सरकार ने उच्चस्तरीय बैठक आयोजित की, जिसमें किसानों को राहत देने को लेकर कई अहम फैसले लिए गए. बैठक में मवेशियों के लिए 2 रुपए प्रति किलो में चारा और किसानों को 8 घंटे की जगह 10 घंटे बिजली दिए जाने का फैसला लिया गया.
गुजरात में इस साल पर्याप्त बारिश नहीं होने से राज्य में सूखे का खतरा मंडरा रहा है, और संभावित सूखे को देखते हुए सरकार ने इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. आज की बुलाई गई बैठक में सूखे के हालात से निपटने को लेकर रणनीति बनाने पर भी चर्चा की गई.
राज्य में 44 ऐसे तहसील हैं जहां पर अब तक 125MM से भी कम बारिश हुई है. कम बारिश को देखते हुए सरकार की कोशिश है कि कम बारिश वाले इलाके के लोगों को किसी भी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़े, इसलिए जिला अधिकारियों को सूचना दे दी गई है.
वहीं गौशाला-पांजरापोल जहां मवेशियों को रखा जाता है, वहां पर 2 रुपए प्रति किलो के हिसाब से चारा दिए जाने की सूचना भेज दी गई है. सरकार के जरिये चारा मुहैया कराने की तारीख 31 जुलाई को खत्म हो गई थी.
दूसरी ओर, किसानों के फसल बचाने के लिए पर्याप्त पानी मुहैया कराने के लिए रोजाना 2 घंटे ज्यादा बिजली देने के बारे में ऊर्जा मंत्रालय से भी चर्चा की गई. अब राज्य के किसानों को 10 घंटे बिजली मिलेगी.
गुजरात की लाइफलाइन कही जाने वाली नर्मदा नदी पर बने सरदार सरोवर बांध का पानी भी कम हो रहा है. सरदार सरोवर बांध में पानी 111 मीटर से भी नीचे चला गया है.