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कुलदीप बिश्नोई बोले- BJP ने दिया धोखा, हरियाणा में कांग्रेस बनाएगी सरकार

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पुत्र और कांग्रेस के कद्दावर नेता कुलदीप बिश्नोई ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर धोखा देने का आरोप लगाया है.

कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई (फाइल फोटोः indiatoday.in) कांग्रेस नेता कुलदीप बिश्नोई (फाइल फोटोः indiatoday.in)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 6:01 PM IST

  • लोकसभा चुनाव में हार का ठीकरा मोदी लहर पर फोड़ा
  • '2005 में भजनलाल को मुख्यमंत्री न बनाना ज्यादती थी'

हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री चौधरी भजनलाल के पुत्र और कांग्रेस के कद्दावर नेता कुलदीप बिश्नोई ने सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर धोखा देने का आरोप लगाया है. द लल्लनटॉप डॉट कॉम को दिए इंटरव्यू में बिश्नोई ने कहा कि बीजेपी ने चुनाव में हमारे कार्यकर्ताओं का उपयोग किया और फिर हमें धोखा दे दिया. बीजेपी ने धोखा नहीं दिया होता तो आज हरियाणा में हमारी सरकार होती.

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कुलदीप सत्ताधारी भाजपा पर जमकर बरसे और कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाने से लेकर वापसी, अशोक तंवर के पार्टी छोड़ने, लोकसभा चुनाव से पहले अपने ठिकानों पर रेड जैसे हर पहलू पर खुलकर अपनी बात रखी. पिता के अंतिम सांस लेते वक्त भाई चंद्रमोहन ने कुलदीप को मुख्यमंत्री बनाने का वादा किया था. इससे संबंधित सवाल पूछने पर वे  जवाब हरियाणा की जनता पर टाल गए. बिश्नोई ने अपनी परंपरागत सीट आदमपुर में चुनौती मिलने की संभावना से इनकार किया. साथ ही यह भी जोड़ा की वह चुनाव को हल्के में नहीं ले रहे.

सोनाली को राजनीति समझने में समय लगेगा

बिश्नोई ने अपने खिलाफ चुनाव लड़ रहीं टिकटॉक स्टार सोनाली फोगाट को लेकर कहा कि उन्हें राजनीति समझने में अभी समय लगेगा. उन्होंने आदमपुर के लिए अपनी योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि सीवर, पानी, बिजली की समस्या को दूर करने के साथ ही बड़े हॉस्पिटल का निर्माण और भजनलाल के नाम पर विश्वविद्यालय बनवाना उनकी प्राथमिकता है. बिश्नोई ने हरियाणा में कांग्रेस की सरकार बनने पर भेदभाव रहित समान विकास पर जोर देने, प्रत्येक टेल तक पानी और हर वर्ग के उत्थान का वादा किया.

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2005 में भजनलाल के नाम पर मिला था वोट

बिश्नोई ने 2005 में अपने पिता भजनलाल को मुख्यमंत्री न बनाए जाने को ज्यादती करार दिया और इस चुनाव में कांग्रेस की जीत का भी दावा किया. बिश्नोई ने कहा कि 2005 के विधानसभा चुनाव में हरियाणा की जनता ने भजनलाल जी के नाम पर कांग्रेस को वोट किया था, लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाया गया.

नेताओं, कार्यकर्ताओं के दबाव में छोड़ी थी कांग्रेस

कांग्रेस से अलग होकर अपनी पार्टी हरियाणा जनहित कांग्रेस बनाने और फिर कांग्रेस में वापसी के सवाल पर बिश्नोई ने बगैर किसी लाग-लपेट के कहा कि राहुल गांधी से उनके व्यक्तिगत ताल्लुकात हैं. उनके आग्रह पर ही पार्टी में वापस आया था. उन्होंने साथ ही जोड़ा कि पिताजी (भजनलाल) कभी कांग्रेस छोड़ना नहीं चाहते थे.

उन्हें नेताओं और कार्यकर्ताओं के दबाव में पार्टी छोड़ने का निर्णय लेना पड़ा था. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि कांग्रेस छोड़ी और पार्टी बनाई भी तो हरियाणा जनहित कांग्रेस. हमने कांग्रेस को कभी वैसे नहीं छोड़ा.

तंवर को नहीं छोड़नी चाहिए थी पार्टी

हरियाणा कांग्रेस में गुटबाजी और किस गुट से अधिक करीबी संबंध के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र ने कहा कि उनके अशोक तंवर, कुमारी शैलजा, भूपेंद्र सिंह हुड्डा और रणदीप सिंह सूरजेवाला सभी नेताओं से अच्छे ताल्लुकात हैं. हमारी सभी से बात होती रहती है. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष तंवर के पार्टी छोड़ने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी नहीं छोड़नी चाहिए थी. तंवर के प्रदेश अध्यक्ष रहते भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कई अन्य नेता भी नाराज थे लेकिन उन्होंने पार्टी नहीं छोड़ी.

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हमारी वजह से बनी बीजेपी की सरकार

विपक्ष द्वारा लगातार पिता (भजनलाल) की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने में नाकाम रहने के आरोप पर बिश्नोई ने कहा कि विरोधियों का काम है गुमराह करना. उन्होंने बीजेपी पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि हमने मेहनत की. रैलियां की, रथयात्रा निकाली. हमारी (कुलदीप बिश्नोई और भजनलाल) की वजह से हरियाणा में बीजेपी की सरकार बनी. बिश्नोई ने कहा कि हरियाणा जनहित कांग्रेस का वोट शेयर प्रत्येक चुनाव में बढ़ा. बीजेपी ने मेरे नाम का इस्तेमाल किया.

ईडी या सीबीआई नहीं, आईटी ने किया था सर्च

लोकसभा चुनाव से पहले ईडी की छापेमारी पर भी बिश्नोई ने खुलकर बोला. उन्होंने इसे चुनावों से पहले क्षेत्रीय दिग्गजों को परेशान करने की रणनीति से जोड़ा और बताया कि ईडी अथवा सीबीआई नहीं, आयकर विभाग ने सर्च के लिए रेड की थी. किसान हूं, कुछ नहीं मिला. बिश्नोई ने इसके लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया.

उन्होंने लोकसभा चुनाव में हरियाणा की सिरसा सीट से अपनी हार का ठीकरा मोदी लहर और ईवीएम पर फोड़ा. बिश्नोई ने कहा कि लोकसभा चुनाव में हार का मतलब यह नहीं कि विधानसभा चुनाव भी हार मिलेगी. उन्होंने मध्य प्रदेश और राजस्थान के उदाहरण दिए और विधानसभा चुनाव में जीत का दावा किया.

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