
डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता और राष्ट्रपति पद की दावेदार हिलेरी क्लिंटन की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. नए मत सर्वेक्षण में दो राज्यों में वह अपने रिपब्लिकन प्रतिस्पर्धियों डोनाल्ड ट्रंप और जेब बुश से काफी पीछे चली गई हैं. हिलेरी ई-मेल विवाद में पहले से घिरी हुई हैं.
प्रतिस्पर्धी दे रहे हैं कड़ी टक्कर
उम्मीदवारी को लेकर भी उनकी पार्टी में उन्हें स्वघोषित समाजवादी बर्नी सैंडर्स से कड़ी चुनौती मिल रही है. एक ताजा जनमत सर्वेक्षण में पता चला है कि सैंडर्स ने न्यू हैंपशायर में डेमोक्रेटिक पार्टी के मतदाताओं के बीच हिलेरी पर नौ फीसदी की बढ़त बना ली है. आयोवा राज्य में भी वह हिलेरी को कड़ी टक्कर दे रहे हैं.
इस सर्वेक्षण में यह भी सामने आया है कि उपराष्ट्रपति जो बिडेन की स्वीकार्यता डेमोक्रेट मतदाताओं और अन्य मतदाताओं के बीच हिलेरी के मुकाबले ज्यादा है. इस बात के कयास लगाए जा रहे हैं कि बिडेन डेमोक्रेटिक पार्टी में राष्ट्रपति पद की अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं.
हार सकती हैं राष्ट्रपति का चुनाव
जनमत सर्वेक्षण के मुताबिक, अगर अभी राष्ट्रपति का चुनाव हो, तो आयोवा में हिलेरी क्लिंटन अपने रिपब्लिकन प्रतिस्पर्धियों डोनाल्ड ट्रंप और जेब बुश, दोनों से हार जाएंगी. 50 फीसदी लोगों ने कहा है कि वे बुश को मत देंगे. बुश के मुकाबले हिलेरी को महज 39 फीसदी मत मिले. 48 फीसदी लोगों ने कहा कि वे ट्रंप को मत देंगे. उनके मुकाबले में हिलेरी को 43 फीसदी लोगों ने मत देने की बात कही.
सिर्फ एक फीसदी मतों से आगे
आयोवा में जो बिडेन का मामला कुछ अलग निकला. बुश के मुकाबले तो उन्हें कड़े संघर्ष में हार दिखती मिली, लेकिन ट्रंप के 45 फीसदी के मुकाबले में उन्हें 49 फीसदी मत मिले. न्यू हैंपशायर में सर्वेक्षण में 48 फीसदी मतदाताओं ने कहा कि वे जेब बुश को मत देंगे, जबकि 43 फीसदी हिलेरी के पक्ष में दिखे, लेकिन यहां हिलेरी महज एक फीसदी मतों से ट्रंप से आगे दिखीं.
लोकप्रियता का ग्राफ नीचे
न्यू हैंपशायर में डेमोक्रेट दावेदार सैंडर्स की लोकप्रियता का ग्राफ हिलेरी से ऊपर है, लेकिन आयोवा में उन पर हिलेरी ने बढ़त बनाई हुई है. हालांकि, आयोवा में भी उनकी लोकप्रियता का ग्राफ पहले से नीचे गया है.
ट्रंप की नीति जुमलेबाजी
इस बीच, आयोवा के सेडार रेपिड्स में एक चुनावी सभा में हिलेरी ने आव्रजकों पर डोनाल्ड ट्रंप की नीति पर सवाल उठाए. ट्रंप ने कहा है कि वह सभी ऐसे आव्रजकों को वापस भेजेंगे, जिनके पास जरूरी दस्तावेज नहीं होंगे. बाद में वह उन्हें शर्तो के साथ आने देंगे. हिलेरी ने इस नीति को अवास्तविक और राजनैतिक जुमलेबाजी करार दिया है.
इनपुट- IANS