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इकबाल मिर्ची परिवार का ED को जवाब- विदेश में हैं, हाजिर नहीं हो सकते

इकबाल मिर्ची के दो गुर्गों के खिलाफ वर्ली में एक प्रोपर्टी को लेकर केस दर्ज है जिसमें आतंकी फंडिंग के आरोप लगे हैं. इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने मिर्ची परिवार को समन भेजा है. 

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
दिव्येश सिंह
  • मुंबई,
  • 18 अक्टूबर 2019,
  • अपडेटेड 3:00 AM IST

  • ईडी को ई-मेल भेजकर पेश नहीं होने की बात कही
  • इकबाल मिर्ची की पत्नी और दोनों बेटे विदेश में हैं

अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के गुर्गे इकबाल मिर्ची का परिवार प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने पेश नहीं हुआ. ईडी ने मिर्ची की पत्नी हाजरा मेमन, उसके दो बेटे-जुनैद और आसिफ को पेश होने के लिए समन भेजा है. इस समन के जवाब में मिर्ची के परिवार ने ईडी को एक ई-मेल भेजकर पेश नहीं होने की बात कही है. इकबाल मिर्ची के दो गुर्गों के खिलाफ वर्ली में एक प्रोपर्टी को लेकर केस दर्ज है जिसमें आतंकी फंडिंग के आरोप लगे हैं. इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने मिर्ची परिवार को समन भेजा है.  

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इकबाल मिर्ची परिवार ने ईडी से कहा कि वे भारत से बाहर हैं, इसलिए पूछताछ में शामिल नहीं हो सकते. इसी से जुड़ा सीजे हाउस प्रोपर्टी का मामला भी है जिसे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता प्रफुल्ल पटेल की कंपनी ने बनाया है. इसी प्रोपर्टी में इकबाल मिर्ची के परिवार को 14 हजार वर्ग फीट का एक डुपलेक्स दिया गया है.

ई-मेल से भेजा जवाब

ईडी सूत्रों ने कहा, मिर्ची परिवार ने अपने ई-मेल में ईडी के अधिकार पर सवाल उठाया है और भारत के बाहर मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के न्याय क्षेत्र की जानकारी मांगी है. इकबाल मिर्ची की पत्नी और दोनों बेटों ने भारत से बाहर होने का हवाला देते हुए ईडी के समक्ष पेश नहीं होने की बात कही है.

सूत्रों के मुताबिक, हाजरा मेमन और जुनैद यूएई में हैं जबकि आसिफ यूके में रहता है. ईडी अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों को देश लाने के लिए वे हरसंभव कोशिश करेंगे. ईडी बहुत जल्द इस बाबत यूएई और यूके को लेटर्स ऑफ रिक्वेस्ट (एलआर) भेजने वाली है. ईडी दोनों देशों से इनके नाम पते की जानकारी लेकर उनके अपराधों पर कार्रवाई शुरू करना चाहती है.

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क्या है मामला?

शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने रंजीत बिंद्रा को हिरासत में लिया था. रंजीत बिंद्रा पर आरोप है कि वह भूमि सौदे में बिचौलिए का काम किया था. आपको बता दें कि इकबाल मिर्ची की साल 2013 में मौत हो गई थी. ईडी ने कोर्ट में कहा कि वर्ली की संपत्तियां इकबाल मिर्ची की हैं, जिनकी अनुमानित कीमत 2000 करोड़ रुपये हो सकती है. इसका इस्तेमाल आतंकी फंडिंग के लिए किया गया. इसकी शुरुआती डील 225 करोड़ की थी, जिसमें सनब्लिंक डेवलेपर्स और जॉय कंस्ट्रक्शन के साथ इकबाल मिर्ची का नाम शामिल है. इस मामले में बिंद्रा और हारून युसुफ ने इकबाल मिर्ची के सहयोगी की तरह खुद को पेश किया है.

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