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दिल्ली में मच्छरों के खात्मे के लिए पटरी पर उतरी मच्छरमार एक्सप्रेस

मानसून के सीजन के बाद मच्छरों का प्रजनन होने तथा लार्वा की संख्या बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है. इसलिए अगस्त के दूसरे पखवाड़े में मच्छरों के प्रजनन को रोकने तथा लार्वा को मारने हेतु इस मच्छरमार रेलगाड़ी के चलाने का काम हर साल रेलवे करती है.

मच्छरमार एक्सप्रेस मच्छरमार एक्सप्रेस
सिद्धार्थ तिवारी
  • नई दिल्ली,
  • 18 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 4:37 PM IST

मच्छरमार एक्सप्रेस यानी मॉस्किटो टर्मिनेटर ट्रेन के जरिए खतरनाक मच्छरों को मारने का काम शुरू कर दिया गया है. राजधानी दिल्ली में रेलवे ट्रैक के आसपास नालों और पानी के गड्ढों में कीटनाशक की छिड़काव शुरू कर दिया गया है. रेलवे ने दिल्ली नगर निगम की मदद से ये काम शुरू किया है. उत्तर रेलवे के दिल्ली डिवीजन के डीआरएम आर एन सिंह के मुताबिक नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से शुरू हुई मॉस्किटो टर्मिनेटर ट्रेन 9 सितंबर तक चलाई जाएगी.

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मानसून के सीजन के बाद मच्छरों का प्रजनन होने तथा लार्वा की संख्या बढ़ने की संभावना अधिक हो जाती है. इसलिए अगस्त के दूसरे पखवाड़े में मच्छरों के प्रजनन को रोकने तथा लार्वा को मारने हेतु इस मच्छरमार रेलगाड़ी के चलाने का काम हर साल रेलवे करती है.

तय कार्यक्रम अनुसार प्रत्येक फेरे के बीच दो सप्ताह के अंतराल के उपरांत कीटनाशक दवा छिड़कने के लिए 4 फेरे लगाए जाएंगे. मच्छर प्रजनन के पीक सीजन में, दो दिन में मॉस्किटो टर्मिनेटर रेलगाड़ी 150 किलोमीटर चक्कर लगाएगी. इस रेलगाड़ी को नई दिल्ली, दिल्ली सराय रौहिल्ला, पटेल नगर, दिल्ली छावनी, पालम, दिल्ली सफदरजंग, दिल्ली किशन, लाजपत नगर, हजरत निजामुद्दीन, आदर्श नगर, राठधाना, दिल्ली शाहदरा, पालम और गुडगांव आदि रेलवे स्टेशनों से होकर चलाया जा रहा है.

मॉस्किटो टर्मिनेटर ट्रेन 18 और 19 अगस्त, 24 और 25 अगस्त के साथ-साथ 8 और 9 सितंबर को चलाई जाएगी. दक्षिण दिल्ली नगर निगम की मेयर कमलजीत सेहरावत ने कहा कि नगर निगम की इस मुहिम के चलते मच्छरों को पनपने से रोकने में खासी मदद मिलती है.

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इसके लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने रेलवे को ट्रक माउंटेड पावर स्प्रेयर उपलब्ध कराया है, जो मच्छरों की रोकथाम हेतु रेलवे ट्रैक के किनारे जहां अधिक संख्या में लोग निवास कर रहे हैं, तथा इन स्थानों पर दवाई का छिड़काव करना आसान कार्य नहीं होता है, वहां पानी के गड्ढों में कीटनाशक दवा का छिड़काव किया जा सकेगा. पानी के गड्ढों पर छिडकाव की गई कीटनाशक दवा से मच्छरों का प्रजनन एवं लार्वा समाप्त होगा.

आपको बता दें कि कीटनाशक स्प्रेयर रेलवे ट्रैक से 50-60 मीटर की दूरी तक मच्छर मार दवा का छिड़काव कर सकता है. 2 दिन की अवधि में प्रत्येक चक्कर में अनुमानित 150 किलोमीटर की दूरी कवर की जाएगी. डीवीकेएम ट्रकों वाली इस मॉस्किटो टर्मिनेटर रेलगाड़ी को दिल्ली क्षेत्र में 20 किलोमीटर प्रति घंटा की धीमी गति पर चलाया जा रहा है. डीवीकेएम विशेष प्रकार का फ्लैट सतह वाला वैगन है जिसपर स्पेशल ट्रक को लादा गया है.

 

 

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