
भारतीय एथलेटिक्स दल के मध्यम और लंबी दूरी की दौड़ के कोच निकोलाइ स्नेसारेव को पुलिस ने आधे दिन के लिए हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया. कोच के खिलाफ खेलगांव की एक महिला डाक्टर ने पोली क्लीनिक में बदसलूकी की शिकायत की थी.
पुलिस हिरासत में भारतीय एथलेटिक्स कोच
भारतीय एथलेटिक्स टीम के कोच स्नेसारेव को ब्राजील की स्थानीय पुलिस ने थाने में कुछ घंटे बिठाए रखा, और बाद में उन्हें ब्राजील स्थित भारतीय दूतावास के दखल के बाद छोड़ा गया. स्नेसारेव ललिता बाबर, सुधा सिंह और ओपी जैशा जैसे भारतीय एथलीटों के कोच हैं. रियो ओलंपिक में भारतीय एथलेटिक्स महासंघ के सचिव सी के वाल्सन ने कहा कि स्नेसारेव को छोड़ दिया गया है और अब मामला सुलझ गया है.
उन्होंने कहा, 'उन्हें छोड़ दिया गया है और अब उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी. भारतीय दूतावास के दखल के बाद मसला सुलझ गया है'
क्या था मामला ?
दरअसल मध्यम दूरी की रनर ओपी जैशा को उनके इवेंट के बाद शरीर में पानी की कमी की जांच के लिए लाया गया था. सूत्र ने कहा, 'गर्म मौसम के कारण जैशा लगभग बेहोश हो गई थी. उन्हें खेलगांव में पोलीक्लीनिक में लाया गया और स्नेसारेव काफी चिंतित थे क्योंकि उन्हें लगा कि जैशा के शरीर में कोई हरकत नहीं हो रही है.' उन्होंने कहा, 'पोलीक्लीनिक में महिला डाक्टर ने उन्हें जैशा के साथ नहीं आने दिया. डाक्टर ने कहा कि उसके साथ एक ही व्यक्ति जाएगा और एसिसटेंट कोच राधाकृष्णन नायर अंदर गए जबकि स्नेसारेव को बाहर ही रोक दिया गया. स्नेसारेव ने गुस्से में महिला डाक्टर को धक्का दिया और भीतर चले गए और फिर कुछ हुआ. डाक्टर ने बाद में पुलिस से शिकायत की.' एएफआई अधिकारियों ने मसले को सुलझाने के काफी प्रयास किए, लेकिन कोच को थाने ले जाया गया और कुछ देर बिठाया गया, बाद में भारतीय दूतावास के दखल के बाद ही उन्हें छोड़ा गया.