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स्वराज संवाद का मकसद AAP को तोड़ना नहीं: योगेंद्र यादव

आम आदमी पार्टी के असंतुष्ट नेताओं द्वारा शुरू किए जाने वाले ‘स्वराज संवाद’ से पहले योगेंद्र यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि गुडगांव में 14 अप्रैल को होने वाली बैठक का मकसद आम आदमी पार्टी को तोड़ना नहीं है.

योगेंद्र यादव योगेंद्र यादव
aajtak.in
  • लखनऊ,
  • 10 अप्रैल 2015,
  • अपडेटेड 8:41 AM IST

आम आदमी पार्टी के असंतुष्ट नेताओं द्वारा शुरू किए जाने वाले ‘स्वराज संवाद’ से पहले योगेंद्र यादव ने स्पष्ट कर दिया है कि गुडगांव में 14 अप्रैल को होने वाली बैठक का मकसद आम आदमी पार्टी को तोड़ना नहीं है.

यादव ने कहा, 'वार्ता से कोई चीज टूटती नहीं बल्कि जुड़ती है. दूसरी ओर, जिस तरह से बाउंसरों को बुलाकर 28 मार्च की बैठक हुई, नेताओं को बिना कारण बताओ नोटिस दिए या उनके जवाब का इंतजार किये बिना नेताओं को निष्कासित कर दिया गया, वह पार्टी को तोड़ने का प्रयास था.'

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गुडगांव बैठक के लिए समर्थन जुटाने के मकसद से देशभर में भ्रमण कर रहे यादव ने कहा कि उनकी ओर से किसी की आलोचना करने का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. वह तो मिल बैठकर आगे का रास्ता निकालना चाहते हैं और चाहते हैं कि वह लक्ष्य हासिल किया जा सके, जिसे पार्टी ने तीन साल पहले निर्धारित किया था.

यह पूछने पर कि क्या उन्होंने ‘स्वराज संवाद’ के लिए अपने नेता एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल को न्यौता दिया है, यादव ने कहा कि ऐसे 48 लोगों को खुला निमंत्रण दिया गया है, जो या तो पार्टी में हैं या फिर पहले रहे हैं, जिनमें केजरीवाल भी शामिल हैं.

उन्होंने कहा, 'निमंत्रण को वेबसाइट पर डालने के बाद हमें संवाद को लेकर अप्रत्याशित समर्थन मिल रहा है. अब तक 3591 लोगों ने संवाद में शामिल होने के लिए पंजीकरण कराया है. इनमें से 661 लोग उत्तर प्रदेश से हैं. अब तक केजरीवाल ने पंजीकरण नहीं कराया है.'

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यादव ने कहा कि अगर केजरीवाल पंजीकरण कराते हैं तो उन्हें अवश्य जवाब दिया जाएगा. इस सवाल पर कि क्या वह पार्टी में हैं और क्या केजरीवाल उनके नेता हैं, यादव ने कहा कि वह आज की तारीख में पार्टी के सदस्य हैं और उनकी जानकारी के मुताबिक दिल्ली के मुख्यमंत्री पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हैं.

गुड़गांव बैठक के लिए समर्थन जुटाने के मकसद से देश भर में घूम रहे यादव ने कहा कि उनकी ओर से किसी की आलोचना का कोई प्रयास नहीं किया जा रहा है. वह तो मिल-बैठकर आगे का रास्ता निकालना चाहते हैं और चाहते हैं कि वह लक्ष्य हासिल किया जा सके, जिसे पार्टी ने तीन साल पहले निर्धारित किया था.

यह पूछने पर कि निष्कासित नेताओं के साथ बैठक करने का यह कदम कहीं बगावत तो नहीं, यादव ने इससे साफ इनकार किया. उन्होंने कहा, 'उल्टे यह मेरे लिए गौरव का विषय है कि मैं यहां विशाल शर्मा के साथ बैठा हूं, जिन्होंने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में गुंडागर्दी का विरोध किया.'

यादव ने कहा कि पारदर्शिता और सामूहिक फैसले जैसे मुद्दों पर सवाल तो पूछे ही जाएंगे. उन्होंने कहा कि 'आप' एसपी या बीएसपी जैसी पार्टियों की तरह नहीं हैं, जिन्होंने ऊंचे विचारों और मिशन के साथ शुरुआत की. यहां तक कि कांग्रेस, डीएमके और अकाली दल ने भी क्रांति से शुरुआत की, लेकिन ये पार्टियां व्यक्तियों की जेब में कैद होकर रह गईं.

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उन्होंने कहा कि मेधा पाटकर, अरुणा राय और निखिल राय के अलावा आप के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ने वाले 70 उम्मीदवार 'संवाद' में शामिल होंगे. जब पूछा गया कि क्या नई पार्टी बनाएंगे, यादव बोले कि लोग ऐसा कह रहे हैं, लेकिन उनके पास ऐसी कोई सूचना नहीं है.

जब उनसे पार्टी के नेता गोपाल राय के बारे में पूछा गया, जिन्होंने अपनी उत्तर प्रदेश यात्रा के दौरान 'हूटर' और 'बेकन लाइट' का इस्तेमाल किया था तो यादव ने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है, लेकिन यदि यह सही है तो यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है, क्योंकि 'आप' वीआईपी संस्कृति के खिलाफ है.

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