इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिकी हमले में मारे जाने के बाद ईरानी मेजर जनरल कासिम सुलेमानी का शव रविवार को ईरान की राजधानी तेहरान पहुंच गया. सुलेमानी का देशभर में शवयात्रा जुलूस निकाला गया, जिसकी शुरुआत अहवाज से हुई.
सुलेमानी अमेरिकी हवाई हमले में मारे गए थे. तेहरान स्थित प्रेस टीवी ने एक रिपोर्ट में कहा कि पहली शवयात्रा अहवाज शहर में निकाली गई. अहवाज दिवंगत इराकी तानाशाह सद्दाम हुसैन की सेना के खिलाफ ईरान की आठ साल लंबी लड़ाई का गवाह रहा है. इसी लड़ाई ने एक कठोर सैन्य रणनीतिकार के रूप में सुलेमानी के भविष्य को आकार दिया.
समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के मुताबिक, दोपहर को उनका पार्थिव शरीर अहवाज से पवित्र शहर माशाद ले जाया गया और उसके बाद वहां से उसे तेहरान ले जाया गया. ईरानी सरकारी टेलीविजन के लाइव ब्राडकास्ट के मुताबिक, अहवाज में हजारों लोग सुलेमानी के सम्मान में एकत्र हुए और अमेरिका, इजरायल और सऊदी अरब के खिलाफ नारे लगाए.
ईरानी अधिकारियों ने 3 जनवरी के हमले को भड़काने के लिए अमेरिका के क्षेत्र के सहयोगियों मुख्य रूप से इजरायल और सऊदी अरब पर आरोप लगाया है, जिसमें सुलेमानी और उनके दामाद और अबू महदी अल मुहंदिस के साथ आठ अन्य लोगों को मार डाला गया. मुहंदिस, इराक के पॉपुलर मोबिलाइजेशन फ्रंट के सेकेंड-इन-कमांड थे.
सुलेमानी के पार्थिव शरीर के अलावा इराक के पॉपुलर मोबिलाइजेशन फ्रंट के दूसरे कमांडर अबू महदी अल-मुहांदिस का शव भी ईरान लाया गया है, ताकि डीएनए जांच की जा सके. अबू महदी भी अमेरिकी हवाई हमले में सुलेमानी के साथ मारे गए थे.
डीएनए जांच के बाद अल-मुहांदिस का शव वापस इराक भेज दिया जाएगा, जहां उन्हें सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा. सुलेमानी का अंतिम संस्कार सोमवार को तेहरान में होगा जहां मुख्य सुपुर्द-ए-खाक आयोजित होगा और यह सुलेमानी के दक्षिणी गृहनगर केरमन में समाप्त होगा.