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निजामी की फांसी के विरोध में तुर्की ने बांग्लादेश से राजदूत वापस बुलाया

बांग्लादेश में कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी पार्टी के सीनियर नेता मोतीउर रहमान निजामी को फांसी की सजा के बाद हंगामे के बीच तुर्की ने अपने राजदूत को बांग्लादेश से वापस बुला लिया है.

अमित कुमार दुबे/मनोज्ञा लोइवाल
  • ढाका,
  • 12 मई 2016,
  • अपडेटेड 12:16 AM IST

बांग्लादेश में कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी पार्टी के सीनियर नेता मोतीउर रहमान निजामी को फांसी की सजा के बाद हंगामे के बीच तुर्की ने अपने राजदूत को बांग्लादेश से वापस बुला लिया है. रॉयटर्स के मुताबिक राजदूत देवरिम ओजतुर्क इस्तांबुल पहुंच चुके हैं और वो यहां से अंकारा जाएंगे. तुर्की के विदेश मंत्री ने 11 मई को एक स्टेटमेंट जारी कर बांग्लादेश में निजामी को फांसी दिए जाने की घटना की निंदा की थी.

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तुर्की के फैसले से बांग्लादेश हैरान
वहीं इस मामले को लेकर बांग्लादेश ने खुद को पाक साफ बताया है. बांग्लादेश के विदेश मामलों के राज्य मंत्री एम शहरयार आलम ने कहा कि तुर्की सरकार के फैसले से वो हैरान हैं क्योंकि तुर्की ने राजदूत वापस बुलाने को लेकर लिए फैसले के बारे में बांग्लादेश को सूचित नहीं किया है. उन्होंने कहा कि तुर्की के इस कदम से बांग्लादेश में किसी की माहौल नहीं बिगड़ने वाला है. हालांकि जमात-ए-इस्लामी की ओर से फांसी के विरोध में गुरुवार को बांग्लादेश बंद का ऐलान किया गया था.

निजामी की फांसी से तुर्की नाराज
इससे पहले तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप एर्दोगान ने गुरुवार को एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि वो निजामी को फांसी दिए जाने से बेहद दुखी हैं. जिसके बाद उनकी सरकार ने अपने राजदूत को बांग्लादेश से बुलाने का फैसला लिया है.

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गौरतलब है कि कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी पार्टी के सीनियर नेता मोतीउर रहमान निजामी को मंगलवार की रात ढाका सेंट्रल जेल में फांसी दी गई. उन्हें साल 1971 में पाकिस्तान के साथ स्वतंत्रता की लड़ाई के दौरान अत्याचार का दोषी पाया गया था. 73 वर्षीय निजामी ने राष्ट्रपति से क्षमादान मांगने से इनकार कर दिया था.

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