पूरी दुनिया में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस को लेकर वैज्ञानिकों ने एक बेहद चौंकाने वाला दावा किया है. एक्सपर्ट का कहना है कि गंजेपन के शिकार लोगों को कोरोना वायरस से ज्यादा खतरा है. बाल झड़ने की समस्या झेल रहे ऐसे लोगों में कोरोना संक्रमण के खतरे की संभावना 40 प्रतिशत तक हो सकती है.
कोरोना वायरस और गंजेपन के बीच यह कनेक्शन ब्रिटेन के अस्पताल में दाखिल
2000 मरीजों की रिपोर्ट पर आधारित है. रिपोर्ट में दावा किया गया है कि
यहां गंजेपन का शिकार हर पांचवां व्यक्ति टेस्ट में पॉजिटिव पाया गया है.
जबकि बालों से जुड़ी समस्या ना झेल रहे 15 फीसदी लोग ही टेस्ट में पॉजिटिव
पाए गए.
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वेस्ट वर्जीनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं द्वारा किए गए
इस अध्ययन में मरीजों की उम्र और हेल्थ स्टेटस के बारे में जानकारी नहीं दी
गई है. इस परिणाम के पीछे एक्सपर्ट्स पुरुष हार्मोन सिद्धांत का तर्क दे
रहे हैं. उनका दावा कि हार्मोन की समस्या के चलते ही वायरस कोशिकाओं में
दाखिल होता है.
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2000 लोगों पर हुए इस शोध में 1,605 की रिपोर्ट
नेगेटिव आई, जबकि 336 लोग टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए. सभी मरीज उम्र में
लगभग समान थे और सभी का बीएमआई (बॉडी मास्क इंडेक्स) भी करीब एक जैसा था.
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अस्पताल
में दाखिल इन लोगों में कोरोना वायरस के लक्षण दिखने के बाद ही टेस्ट किए
गए थे. ज्यादातर लोगों में तेज बुखार और सूखी खांसी की समस्या थी. वेस्ट
वर्जीनिया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं की यह रिपोर्ट 'अमेरिकन एकेडमी ऑफ
डर्माटालॉजी' में प्रकाशित हुई है.
स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने 4
अलग-अलग ग्रुप बनाए थे. पहले ग्रुप में ऐसे लोगों को रखा गया जिनमें बाल
झड़ने की समस्या नहीं थी. दूसरे ग्रुप में उन लोगों को रखा गया था जिनमे
बाल झड़ने की मामूली समस्या देखी गई. इस तरह बढ़ते क्रम में चौथे ग्रुप में
बाल झड़ने की गंभीर समस्या वाले लोगों को रखा गया था.
स्टडी के अंत
में एक्सपर्ट्स ने पाया कि पहले ग्रुप में सिर्फ 15 फीसदी लोग ही कोरोना
पॉजीटिव पाए गए. जबकि दूसरे और तीसरे ग्रुप में क्रमश: 17 और 18 फीसद लोगों
की रिपोर्ट पॉजीटिव आई. जबकि पूरी तरह गंजे हो चुके 20 प्रतिशत से ज्यादा
लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई.
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आखिर में डॉ. माइकल कोलोड्नी और उनके
सयोगियों ने अनुमान लगाया कि गंजेपन का शिकार लोगों में कोरोना के खतरे की
संभावना 40 प्रतिशत तक हो सकती है. बता दें कि इस वक्त पूरी दुनिया में एक
करोड़ 60 लाख से भी ज्यादा लोग कोरोना वायरस की चपेट में आ चुके हैं,
जिनमें से लगभग 6 लाख 48 हजार लोगों की मौत हो चुकी है.