Advertisement

लाइफस्टाइल

कोरोना संकट में इन 2 एक्सपेरीमेंटल दवाओं ने जगाई वैक्सीन की उम्मीद

aajtak.in
  • 14 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 12:10 PM IST
  • 1/8

जर्मन बायोटेक फर्म 'बायोएनटेक' और अमेरिकी फार्मास्यूटिकल कंपनी 'फाइजर' की कोरोना वायरस की दो एक्सपेरीमेंटल दवाओं को अमेरिका के फूंड एंड ड्रग रेगुलेटर (USFDA) ने 'फास्ट ट्रैक' का स्टेटस दे दिया है. BNT162b1 और BNT162b2 नाम की इन दोनों दवाओं को कंपनी द्वारा बनाई गई चार दवाओं में सबसे एडवांस बताया जा रहा है.

Photo: Reuters

  • 2/8

अमेरिका और जर्मनी में चल रह क्लिनिकल ट्रायल्स में इन दोनों वैक्सीन का मूल्यांकन किया जा रहा है. दोनों दवाओं का ट्रायल क्रमश: पहले और दूसरे चरण में है. 'फास्ट ट्रैक' एक प्रोसेस है, जिसे वैक्सीन के विकास और समीक्षा में तेजी लाने के लिए डिजाइन किया गया है.

Photo: Reuters

  • 3/8

फाइजर ने बताया कि फास्ट ट्रैक को जर्मनी और अमेरिका में चल रहे शोध और 'एनिमल इम्यूनोजेनिसिटी स्टडी' के प्रारंभिक डेटा के आधार पर स्वीकृति दी गई है. कंपनियों ने अमेरिका में BNT162b1 के लिए चल रहे शुरुआती चरण का डेटा 1 जुलाई को जारी किया था.

Photo: Reuters

Advertisement
  • 4/8

जबकि BNT162b1 के लिए जर्मन ट्रायल का डेटा जुलाई के महीने में जारी होने की उम्मीद है. BNT162b1 और BNT162b2 दोनों न्यूक्लियोसाइड संशोधित आरएनए हैं, जिन्हें लिपिड नैनो पार्टिकल्स में तैयार किया गया है. BNT162b1 SARS-CoV-2 के रिसेप्टर बाइंडिंग डोमेन (RBD) एंटीजन को एनकोड करता है, जबकि BNT162b2 SARS-CoV-2 के स्पाइक प्रोटीन एंटीजन को एनकोड करता है.

Photo: Reuters

  • 5/8

कोविड-19 की इन दोनों वैक्सीन कैंडिडेट्स को FDA की मंजूरी कोरोना वायरस के खिलाफ एक आदर्श वैक्सीन बनाने में मील का पत्थर साबित हो सकती है. फाइजर के ग्लोबल रेगुलेटरी अफेयर्स के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट ने कहा, 'इन वैक्सीन प्रोग्राम के क्लीनिकल डेवलपमेंट, प्रोजेक्ट लाइट स्पीड, सुरक्षा और प्रभाव के मूल्यांकन के लिए हम एफडीए के साथ मिलकर काम करने के लिए तत्पर हैं.'

Photo: Reuters

  • 6/8

बायोएनटेक के चीफ मेडिकल ऑफिसर ओजलेम तुरेसी ने कहा, 'अपने वैक्सीन कैंडिडेट्स के लिए FDA से 'फास्ट ट्रैक' जैसा पदनाम मिलने और भविष्य में एकसाथ मिलकर काम करने से काफी खुश हैं. अपने पार्टनर फाइजर के साथ मिलकर हम इस काम को आगे बढ़ाएंगे.'

Photo: Reuters

Advertisement
  • 7/8

दोनों कंपनियों को उम्मीद है कि इस महीने ट्रायल के दूसरे चरण पर काम शुरू हो जाएगा, जिसमें तकरीबन 30,000 सब्जेक्ट्स प्रतिभागी बन सकेंगे. अगर मौजूदा स्टडी में सफलता मिलती है तो कंपनी को उम्मीद है कि साल 2020 के अंत तक वे वैक्सीन के 10 करोड़ (100 मिलियन) डोज तैयार कर लेंगी, जबकि 2021 के अंत तक इसके 120 करोड़ (1.2 बिलियन) डोज तैयार हो जाएंगे.

  • 8/8

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुद कई कंपनियों के प्रयास का समर्थन किया है. इन कंपनियों में जॉनसन एंड जॉनसन, नोवावैक्स, मर्क एंड कंपनी, फाइजर, मॉडर्ना और एस्ट्राजेनेका जैसी कंपनियों के नाम शामिल हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक पूरी दुनिया में वैक्सीन पर 140 से भी ज्यादा ड्रग कंपनियां और यूनिवर्सिटीज काम कर रही हैं.

Advertisement

लेटेस्ट फोटो

Advertisement