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कितनी होगी कोरोना वैक्सीन की कीमत? वैक्सीन संगठन ने किया खुलासा

aajtak.in
  • 28 जुलाई 2020,
  • अपडेटेड 2:04 PM IST
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दुनिया भर में कोरोना वायरस वैक्सीन के ट्रायल जारी हैं और अब इनकी कीमतों पर भी चर्चा होनी शुरू हो गई है. ग्लोबल कोरोना वायरस वैक्सीन फंडिंग स्कीम के कोऑर्डिनेटर्स ने भी इसकी संभावित कीमत की तरफ इशारा किया है. कोऑर्डिनेटर्स का कहना है कि कोरोना वैक्सीन की अधिकतम कीमत 40 डॉलर (2991 रूपए) हो सकती है.

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गवी वैक्सीन एलायंस ( GAVI vaccine alliance) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सेठ बर्कली का कहना है कि फिलहाल वैक्सीन की कोई कीमत तय नहीं की गई है लेकिन हम ये सुनिश्चित करेंगे कि अमीर और गरीब देशों में वैक्सीन की कीमत अलग-अलग हो. GAVI एक वैक्सीन संगठन है जो कोवैक्स फैसिलिटी का नेतृत्व करती है.

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कोवैक्स फैसिलिटी (Covax Facility) पूरी दुनिया में COVID 19 वैक्सीन को सबसे जल्दी और निष्पक्ष तरीके से पहुंचाने के लिए बनाई गई है. इसका लक्ष्य 2021 के अंत तक वैक्सीन की 200 करोड़ डोज अपने सदस्य देशों तक पहुंचाना है. इससे पहले GAVI ने कहा था कि कि 75 से अधिक देशों ने कोवैक्स में शामिल होने की दिलचस्पी दिखाई है.

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सेठ बर्कली ने यूरोपीय संघ की टिप्पणियों को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि कोवैक्स फैसिलिटी अमीर देशों को 40 डॉलर में वैक्सीन उपलब्ध कराने की योजना बना रही है. बर्कली ने रॉयटर्स को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'कोवैक्स अधिकारियों ने वैक्सीन की कई कीमतें रखीं हैं और अमीर देशों के लिए वैक्सीन की एक निर्धारित कीमत की बजाय अधिकतम कीमत रखी गई है, जो 40 डॉलर तक हो सकती है.

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बर्कली ने कहा कि कोरोना के कई वैक्सीन अभी अपने टेस्टिंग के प्रारंभिक चरण में हैं इसलिए अभी इसकी कीमत तय करना जल्दबाजी होगी. उन्होंने कहा, 'सच्चाई ये है कि किसी को भी इस बात का अंदाजा नहीं है कि वैक्सीन की कीमत क्या होने वाली है क्योंकि हमें पता नहीं है कि कोरोना वायरस की कौन सी वैक्सीन अपना असर दिखाएगी.'

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बर्कली ने कहा कि वैक्सीन की कीमत पर फिलहाल कोवैक्स भी बस अंदाजा ही लगा रही है. गरीब देशों तक वैक्सीन की पहुंच बनाने के लिए बर्कली गवी एलायंस के जरिए वैक्सीन निर्माताओं के साथ कीमत तय करने के प्रयास में हैं.

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बर्कली का कहना है कि आमतौर पर वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां वैक्सीन की अलग-अलग कीमत रखना चाहती हैं. जैसे कि गरीब देशों के लिए एक कीमत, मध्यम आय वाले देशों के लिए थोड़ी अधिक कीमत और अमीर देश वालों को सबसे ज्यादा कीमत रखी जाए.

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बर्कली का कहना है कि हमारी कोशिश लोगों तक कम कीमत पर ज्यादा वैक्सीन पहुंचाने की होगी. बर्कली ने कहा कि कोवैक्स और कई अन्य समूह COVID-19 वैक्सीन की लागत में स्पीड प्रीमियम भी शामिल कर रहे हैं. इससे वैक्सीन बनाने वाली कंपनिया नतीजों का इंतजार किए बिना ही वैक्सीन की लाखों डोज बनाने के लिए प्रोत्साहित होंगी.

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