बुध ने रविवार, 2 अगस्त को कर्क राशि में प्रवेश कर लिया है. बुध के कर्क राशि में आते ही बुधादित्य योग बन गया है. यह योग काफी शुभ माना जाता है. बुधादित्य योग बुध और सूर्य की युति से बनता है. किसी भी भाव में दोनों ग्रहों का एक साथ बैठना इस योग का निर्माण करता है. बुधादित्य योग से अगले 15 दिन कई राशियों को खूब लाभ मिलने वाला है. मुख्य रूप से मेष, मिथुन, कन्या, तुला, धनु और कुंभ राशि वालों को बड़ा फायदा होगा. आइए जानते हैं बुध गोचर से बने बुधादित्य योग का सभी राशियों पर कैसे प्रभाव पड़ेगा.
मेष- मेष राशि के चतुर्थ भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा. बुध को अपनी
वाणी और बुद्धि का कारक ग्रह माना जाता है. चतुर्थ भाव में बुध के गोचर से
नौकरी में आपको सफलता मिल सकती है. पद-प्रतिष्ठा बढ़ने के योग हैं. जो लोग नई जॉब ढूंढ रहे हैं उन्हें
सफलता मिल सकती है.
मेष राशि वालों को माता के स्वास्थ्य के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का भी इस
दौरान ख्याल रखना होगा. आपके भाई-बहनों को इस गोचर के दौरान फायदा मिल
सकता है. उनको शिक्षा या करियर के क्षेत्र में उपलब्धि हासिल हो सकती है.
वृषभ-
वृषभ राशि के तृतीय भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा. इस भाव से आपके साहस,
पराक्रम, लेखन आदि के बारे में गणना की जाती है. आय के आपको नए स्रोत
प्राप्त होंगे जिससे आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा. यदि किसी से उधार लिया
था तो इस दौरान आप चुका सकते हैं.
वृषभ राशि के विद्यार्थियों की रचनात्मकता
इस दौरान चरम पर रहेगी और अपनी रचनात्मकता से आप सहपाठियों को प्रभावित भी
कर पाएंगे. परिणाम आपके पक्ष में आने की भी पूरी संभावनाएं हैं.
मिथुन- बुद्धि के कारक ग्रह बुध का गोचर आपकी राशि से
द्वितीय भाव में होगा. इस भाव को वाणी, परिवार, कल्पना शक्ति आदि का भाव
माना जाता है. बुध के कर्क राशि में गोचर से नौकरी के साथ-साथ आय के आपको
अतिरिक्त स्रोत भी मिल सकते हैं.
मिथुन राशि वालों के मन में धन को संचित करने का विचार
आएगा और धन का संचय कर पाने में भी आप कामयाब होंगे. इस राशि के लोगों को
माता या माता के पक्ष के लोगों से लाभ की प्राप्ति हो सकती है.
कर्क-
चंद्र की स्वामित्व वाली कर्क राशि के जातकों के लग्न भाव में बुध ग्रह का
गोचर होगा. इस भाव से आपके चरित्र, स्वभाव, व्यक्तित्व और आत्मा का पता
चलता है. बुध का यह गोचर आपके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है. अपने काम करने
के तरीके में आपको सुधार लाने की जरूरत है.
कर्क राशि के कारोबारी हों चाहे
नौकरी पेशा लोग उन्हें अपने कार्यक्षेत्र में ज्यादा से ज्यादा मेहनत करने
की जरुरत होगी. यदि आप काम को टालते हैं तो आने वाले वक्त में दिक्कतों में
पड़ सकते हैं.
सिंह- सिंह राशि के द्वादश भाव में बुध ग्रह का गोचर
होगा. इस भाव से व्यय, हानि, दण्ड आदि के बारे में विचार किया जाता है.
बुध का यह गोचर सिंह राशि के जातकों के जीवन में समस्याएं ला सकता है. इस
दौरान आपको मानसिक रूप से खुद को सुदृढ़ बनाने के लिए अच्छे लोगों की संगति
में रहना चाहिए और प्रेरणादायक पुस्तकें पढ़नी चाहिए.
कन्या- बुध
ग्रह का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव में होगा. यह स्थान लाभ का भाव
कहलाता है और इससे आपकी इच्छाओं, मित्र, बड़े भाई-बहन आदि के बारे में
विचार किया जाता है. कन्या राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर बहुत
अच्छा रहने की उम्मीद है. अपनी कामनाओं को पूरा करने के लिए आप इस दौरान
पूरी कोशिश करेंगे और कामयाबी मिलने के भी पूरे आसार हैं.
तुला- तुला
राशि के जातकों के दशम भाव में बुध ग्रह का गोचर होने वाला है. इस भाव से
आपके कर्म, कार्यक्षेत्र, व्यवसाय, नेतृत्व क्षमता आदि के बारे में विचार
किया जाता है. नया कारोबार शुरू करने के लिए भी यह समय अच्छा है. इस राशि
के शिक्षार्थियों की बात करें तो अपने उद्देश्यों को पूरा करने के लिए आप
दृढ़ संकल्प रहेंगे.
वृश्चिक- बुद्धि के देवता कहे जाने वाले बुध
देव का गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होगा. इस भाव से हम सौभाग्य, धर्म,
चरित्र, लंबी यात्रा आदि के बारे में विचार करते हैं. आपके नवम भाव में बुध
का गोचर बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता.
धनु- धनु राशि के जातकों के
अष्टम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा. अष्टम भाव से हम आयु, जीवन में आ रही
परेशानियों, बाधाओं, पैतृक संपत्ति आदि के बारे में विचार करते हैं. बुध
का यह गोचर धनु राशि के जातकों के लिए शुभ रहने की उम्मीद है. नौकरी पेशा
लोगों के लिए यह गोचर अनुकूल रह सकता है. आमदनी के नए स्रोत खुल सकते हैं
जिससे आपकी आर्थिक तंगी दूर होगी.
मकर- बुध ग्रह का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा. यह भाव साझेदारी, जीवनसाथी आदि का होता है. इस भाव में बुध के गोचर से प्रणय संबंधों में कुछ दिक्कतें आ सकती हैं. किसी मुद्दे को लेकर आपके और आपके जीवनसाथी के बीच मतभेद खड़े हो सकते हैं. छोटी-छोटी यात्राओं से इस राशि के लोगों को लाभ होने की संभावना है.
कुंभ- कुंभ राशि के जातकों के षष्ठम भाव में बुध ग्रह का गोचर होगा. इस
भाव से हम रोग, ऋण, विवाद, मामा, मामी, शत्रु आदि के बारे में विचार किया
जाता है. कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध का यह गोचर शुभ रहेगा. पिछले काफी समय से चल रहे संकट भी जीवन से दूर हो सकते हैं.
कुंभ राशि के जातकों को बुधादित्य योग जीवन के कई क्षेत्रों में लाभ दे सकता है. आमदनी को लेकर यदि परेशान
थे तो उसमें इस दौरान इजाफा हो सकता है.
मीन- आपके पंचम भाव में
बुध ग्रह का गोचर होगा. पंचम भाव से आपकी संतान, शिक्षा, बुद्धि,
प्रेम-संबंध, प्रतिष्ठा आदि के बारे में विचार किया जाता है. कर्क राशि में
बुध का यह गोचर आपके लिए चुनौतीपूर्ण रह सकता है.
मीन राशि के लोगों की
एकाग्रता में कमी आ सकती है, खासकर जो लोग शिक्षा अर्जित कर रहे हैं उनको
यह एकाग्रता में कमी की समस्या ज्यादा हो सकती है. कार्यक्षेत्र में अपने
विरोधियों से आपको बचकर रहना होगा.