Vijaya Ekadashi 2025: व्रतों में प्रमुख व्रत नवरात्रि, पूर्णिमा, अमावस्या और एकादशी के हैं और उनमें भी सबसे बड़ा व्रत एकादशी का माना जाता है. चंद्रमा की स्थिति के कारण व्यक्ति की मानसिक और शारीरिक स्थिति खराब और अच्छी होती है.
ऐसी दशा में, एकादशी व्रत से चंद्रमा के खराब प्रभाव को रोका जा सकता है. साथ ही, ग्रहों के असर को भी काफी कम किया जा सकता है. क्योंकि, एकादशी व्रत का सीधा प्रभाव मन और शरीर पर पड़ता है.
ज्योतिषियों की मानें तो, विजया एकादशी पर जरूर कुछ उपाय करने चाहिए, जिनको करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है. तो आइए जानते हैं कि.
विजया एकादशी के नाम का अर्थ है विजय. इस तिथि पर विष्णु जी की उपासना एवं व्रत करने से भक्त को अपने जीवन में विजय की प्राप्ति होती है फिर चाहे वह परीक्षा हो, प्रतियोगिता हो या जीवन का कोई लक्ष्य हो.
जो भक्त श्रद्धा के साथ विजया एकादशी का व्रत करते हैं, उन्हें सभी पापों से मुक्ति मिलती है.
इसके अलावा, विजया एकादशी के दिन भक्तों द्वारा भगवान विष्णु की पूजा और मंत्रों का जाप आदि किया जाता है. जिससे सराकात्मक ऊर्जा का संचार होता है.
जो भक्तजन विजया एकादशी का व्रत सच्चे दिल से करते हैं उन्हें मानसिक शांति मिलने के साथ-साथ अध्यात्म के क्षेत्र में उन्नति भी प्राप्त होती है.