ग्रहों के राजा सूर्य रविवार, 16 अगस्त को कर्क से सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं. सूर्य के इस राशि परिवर्तन को सिंह संक्रांति भी कहा जाता है. सभी ग्रहों के राशि परिवर्तन में सूर्य का गोचर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है. इस दिन सूर्य तकरीबन शाम साढ़े 7 बजे सिंह राशि में प्रवेश करेंगे. ज्योतिषविदों की मानें ते सिंह राशि में सूर्य का गोचर कर्क, तुला, वृश्चिक और मीन राशि वालों के लिए अधिक लाभाकरी रहेगा. इन राशि वालों को ना सिर्फ कर्ज से मुक्ति मिलेगी, बल्कि आय के स्रोत भी मजबूती से काम करेंगे.
मेष- सूर्य का गोचर आपकी राशि में पंचम भाव में होगा. यह भाव संतान, प्रेम, शिक्षा, पद, प्रतिष्ठा आदि का होता है. सूर्य के इस भाव में गोचर के दौरान आपके प्रेम जीवन में दिक्कतें आ सकती हैं. इस राशि के विद्यार्थियों के लिए सूर्य की पंचम भाव में स्थिति लाभदायक है. संतान पक्ष से कुछ समस्याएं आ सकती हैं. इस राशि के जो लोग नौकरी पेशा हैं उन्हें कार्यक्षेत्र में संभलकर रहना होगा और हर काम सतर्कता से करना होगा
ऑफिस में होने वाली राजनीति से खुद को दूर रखें. कारोबारियों के लिए यह
गोचर शुभ रहेगा यदि आप अपने कारोबार को फैलाना चाहते हैं तो यह समय अनुकूल
है. स्वास्थ्य के लिहाज से भी इस राशि के लोगों को इस दौरान अच्छे फल
मिलेंगे.
वृषभ- सूर्य ग्रह का गोचर आपके चतुर्थ भाव में होगा. यह भाव आपके सुख,
माता, वाहन, भूमि, आवास आदि का होता है. सूर्य देव का आपके चतुर्थ भाव में
होना आपकी माता को कष्ट दे सकता है. इस गोचर काल में चित्त में संतुष्टि का
भाव रहेगा और आप वो काम करेंगे जो आपको पसंद हैं.
आपके जीवनसाथी को उनके
कार्यक्षेत्र में अच्छे फल मिलेंगे. हो सकता है कि उनकी पदोन्नति हो जिससे
दांपत्य जीवन में खुशहाली बढ़ जाएगी. इस राशि के छात्रों को पूरी लगन और
मेहनत के साथ इस दौरान आगे बढ़ना चाहिए.
मिथुन- बुध के स्वामित्व
वाली मिथुन राशि के जातकों के तृतीय भाव में सूर्य का गोचर होगा. इस भाव से
छोटे भाई-बहन, संबंधी, लेखन आदि का विचार किया जाता है. इस राशि के जातकों
को इस दौरान सरकार से लाभ होगा. यदि आप प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर
रहें हैं तो सफल होने की प्रबल संभावना है.
पारिवारिक जीवन भी अच्छा रहेगा
लेकिन आपको अपने गुस्से पर काबू रखने की जरूरत होगी. अपने भाई-बहनों के
स्वास्थ्य का आपको ख्याल रखना होगा उनके बीमार होने की संभावना है.
कर्क-
कर्क राशि के जातकों के द्वितीय भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा. इस भाव
से आपकी वाणी, संपत्ति, परिवार, भोजन, कल्पना आदि के बारे में पता चलता है.
सूर्य का यह गोचर कर्क राशि के जातकों के लिए शुभ फलदायी रहेगा. आर्थिक
पक्ष की बात की जाए तो उसमें भी इस दौरान अच्छे बदलाव होंगे.
आपकी आमदनी
में वृद्धि हो सकती है या घर के किसी सदस्य की जॉब लगने की वजह से आपका
आर्थिक बोझ कम हो सकता है. पैसों की बचत कर पाने में सक्षम होंगे. यदि आप
निवेश करना चाहते हैं तो उसके लिए भी यह समय अनुकूल है.
सिंह- सूर्य
देव का गोचर आपकी ही राशि यानि आपके लग्न भाव में होगा. लग्न भाव से आपके
व्यक्तित्व, स्वास्थ्य, चरित्र, बुद्धि और सौभाग्य के बारे में विचार किया
जाता है. सूर्य गोचर के फलस्वरूप आपकी नेतृत्व करने की क्षमता में वृद्धि
होगी. इस राशि के कुछ जातकों को कार्यक्षेत्र में पदोन्नति मिल सकती है.
यदि कोई काम अटका हुआ था तो इस दौरान उसे भी आप पूरा कर सकते हैं. हालांकि
सूर्य का यह गोचर इस राशि के कुछ जातकों में गुस्सा भी भर सकता है, आप
छोटी-छोटी बातों को लेकर भी अत्यधिक क्रोधित हो सकते हैं. गुस्से पर काबू
रखना होगा.
कन्या- कन्या राशि के जातकों के द्वादश भाव में सूर्य
देव का गोचर होगा. इस भाव से विदेश, व्यय, दान आदि के बारे में विचार किया
जाता है. यह गोचर आपके लिए चुनौतियां लेकर आ सकता है, आपको अपनी सेहत का इस
दौरान विशेष ध्यान रखना होगा. आंखों से संबंधी परेशानियां आपको हो सकती
हैं.
अपने आर्थिक पक्ष को लेकर भी आपको बहुत सतर्क रहना होगा बेवजह के
खर्चे आपकी परेशानी का सबब बन सकते हैं. अच्छा बजट प्लान बनाएं और कोशिश
करें कि जमा धन को खर्च करने की नौबत न आए. वाहन चलाते समय यातायात नियमों
का पालन करें नहीं तो परेशानी में पड़ सकते हैं.
तुला- शुक्र की स्वामित्व वाली तुला
राशि के जातकों के लाभ भाव यानि एकादश भाव में सूर्य देव का गोचर होगा. इस
भाव से आपकी कामनाओं, बड़े भाई-बहन. इच्छाओं के बारे में भी विचार किया
जाता है. वहीं नौकरी पेशा से जुड़े लोगों को भी कार्यक्षेत्र में
सहकर्मियों का पूरा सहयोग प्राप्त होगा.
जो लोग नौकरी की तलाश में जुटे हैं
उन्हें भी नौकरी मिल सकती है. सूर्य को पिता का कारक ग्रह भी माना जाता
है, इसलिए इस गोचर के दौरान आपको अपने पिता से भी पूर्ण सहयोग की प्राप्ति
होगी. पारिवारिक और दांपत्य जीवन के लिए समय अनुकूल है
वृश्चिक-
आपके दशम भाव में सूर्य देव का गोचर होगा. इस भाव से व्यवसाय,
कार्यक्षेत्र, सत्ता, सम्मान आदि के बारे में विचार किया जाता है. यह गोचर
आपके लिए सुखद साबित होगा. कार्यक्षेत्र में आपको कोई नई जिम्मेदारी
सौंपी जा सकती है. पिता के साथ आपके संबंधों में इस दौरान निखार आएगा. इस
राशि के कारोबारी भी सूर्य के गोचर के दौरान क्रियाशील रहेंगे और अपने
कारोबार में सकारात्मक बदलाव करेंगे.
धन लाभ होने के भी पूरे आसार हैं. जो
लोग काफी समय से खुद का बिजनेस करने की सोच रहे थे उनके सपने इस दौरान पूरे
हो सकते हैं.
धनु- धनु राशि के जातकों के नवम भाव में सूर्य का गोचर होगा. इस भाव से भाग्य, धर्म, लंबी यात्रा आदि के बारे में विचार किया जाता है. सूर्य के सिंह राशि में गोचर के दौरान भाग्य आपका सहयोग करेगा. आप जो भी काम इस दौरान शुरू करेंगे उसमें सफलता मिलने की पूरी-पूरी उम्मीद है.
जो छात्र-छात्राएं उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं उन्हें भी इस दौरान
सफलता मिल सकती है. बिना सोचे-विचारे कोई काम करेंगे तो परेशान हो सकते
हैं. इस गोचर के दौरान आपको घर के बड़े-बुजुर्गों की सेवा करनी चाहिए और
उनके साथ वक्त बिताना चाहिए.
मकर- सूर्य ग्रह का गोचर आपके अष्टम भाव में होगा. यह भाव आयुर भाव भी
कहलाता है और इससे आपके जीवन में आने वाली परेशानियों, चिंता, रुकावटों,
शत्रु आदि के बारे में विचार किया जाता है. सूर्य का यह गोचर आपके लिए बहुत
अच्छा नहीं कहा जा सकता, क्योंकि गोचर के प्रभाव से आपके जीवन में की
चुनौतियां आ सकती हैं.
आपको न चाहते हुए भी कार्यक्षेत्र या आवास में
परिवर्तन करना पड़ सकता है जिससे जीवन में हलचल होगी. यदि आप परिवर्तन के
हिसाब से खुद को ढाल लेते हैं तो आपको परेशानी नहीं होगी. वहीं आपके जीवन साथी को भी उनके
करियर क्षेत्र में उन्नति मिल सकती है.
कुंभ- कुंभ राशि के जातकों
के सप्तम भाव में सूर्य ग्रह का गोचर होगा. इस भाव से आपके जीवनसाथी और
जीवन में होने वाली साझेदारियों के बारे में पता चलता है. इस गोचकाल के
दौरान परिवार में आपकी स्थिति खराब हो सकती है. दांपत्य जीवन में जीवनसाथी
के साथ भी कुछ दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है.
इस समय यात्राएं करना
आपके लिए बहुत सुखद नहीं रहेगा. स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें. स्वास्थ्य
के लिहाज से यह गोचर प्रतिकूल है. सही दिनचर्या बनाएं और तरल पदार्थों का अधिक सेवन करें इससे कई
बीमारियों से बच सकते हैं.
मीन- सूर्य ग्रह का गोचर आपकी राशि से
षष्ठम भाव में होगा. यह भाव अरि भाव के नाम से भी जाना जाता है और इससे
आपके शत्रु, रोग, मातृ पक्ष के लोग आदि के बारे में विचार किया जाता है.
सूर्य का सिंह राशि में गोचर मीन वाले जातकों के लिए अच्छा रहेगा. आपके
माता पिता का सम्मान समाज में बढ़ेगा. यदि कोर्ट-कचहरी के किसी मामले में
सफलता मिल सकती है.
नौकरी पेशा से जुड़े इस राशि के जातक यदि जॉब में
परिवर्तन करने की कोशिश कर रहे थे तो उन्हें किसी अच्छी कंपनी से ऑफर मिल
सकता है. वहीं बेरोजगार लोगों को भी रोजगार मिलने की उम्मीद है.