
नोएडा में रियल एस्टेट डेवलपर कंपनियों के रवैए की पड़ताल के बाद 'आज तक' पर चले 'ऑपरेशन गृहप्रवेश' का लगातार असर देखा जा रहा है. बुधवार को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने सुपरटेक बिल्डर के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं. कंपनी के प्रोजेक्ट में निवेश करने वाले लोगों की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए अथॉरिटी ने उसके 844 फ्लैट्स को सील करने के आदेश दिए हैं.
सुपरटेक के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
सुपरटेक बिल्डर्स के अवैध रूप से बनाए गए टॉवरों को ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी ने नोटिस देकर तीस दिन में सील करने के भी आदेश दिए हैं. सेक्टर ओमनीक्रोन में बन रहे सुपरटेक के प्रोजेक्ट को लेकर अथॉरिटी ने यह नोटिस जारी किया है. प्रोजेक्ट के निवेशकों ने अथॉरिटी से शिकायत की थी कि बिल्डर ने 844 फ्लैट की जगह 1904 फ्लैट बना लिए थे. इसके बाद कंपनी के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई.
आम्रपाली ग्रुप को भी सख्त निर्देश
इसके पहले नोएडा अथॉरिटी ने बुधवार को ही आम्रपाली डेवलपर को बुलाकर और ग्राहकों की शिकायत निपटाने के आदेश दिए हैं. अथॉरिटी ने कंपनी को सख्त निर्देश दिए हैं कि वो जल्द से जल्द समस्याओं को सुलझाएं. अथॉरिटी के सामने रियल एस्टेट डेवलपर कंपनी आम्रपाली ग्रुप ने एक महीने में ग्राहकों की तमाम समस्याओं को सुलझाने का वादा किया है. कंपनी ने दो महीने के अंदर इमारतों में लिफ्ट वगैरह लगाने का भरोसा भी दिलाया है.
खबर के बाद नोएडा अथॉरिटी की कार्रवाई
'आज तक' पर दिखाई गई खबर के असर के बतौर आम्रपाली ग्रुप को नोएडा अथॉरिटी के चेयरमैन रमा रमण ने ACEO को निर्देश दिया था कि वह आम्रपाली ग्रुप को समन जारी करे. उन्होंने कहा था कि आम्रपाली ग्रुप से सभी समस्याओं को दूर करने और मामले को जल्द सुलझाने का भी पुख्ता वादा लिया जाए.
आम्रपाली के हर प्रोजेक्ट की निगरानी होगी
अब नोएडा अथॉरिटी की टीम हर हफ्ते आम्रपाली के अलग-अलग प्रोजेक्ट्स का दौरा करेगी. इसकी शुरुआत सोमवार 28 अप्रैल से होगी. अपने दौरे के दौरान नोएडा अथॉरिटी की टीम जांच करेगी कि आखिर आम्रपाली ने किस रफ्तार से काम शुरू किया है. इसके साथ ही तमाम प्रोजेक्ट्स के ग्राहकों की समस्याओं को सुलझाने के लिए भी एक कमेटी का गठन किया है. यह कमिटि मालिकाना हक का इंतजार कर रहे और हक हासिल कर चुके ग्राहकों की समस्याओं को सुलझाने का काम करेगी.
परेशान ग्राहकों ने ट्विटर पर चलाई मुहिम
सोशल माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर ग्राहकों ने कंपनी के ब्रांड एंबेसडर क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी से भी मदद मांगी. उन्होंने लोगों को बिल्डर से बात करने का भरोसा भी दिलाया, लेकिन बाद में खुद कंपनी से अलग हो गए. उनकी पत्नी साक्षी धोनी ने भी कंपनी के एक प्रोजेक्ट की साझेदारी से खुद को अलग कर लिया. आम्रपाली ग्रुप पर क्रिकेटर हरभजन सिंह ने भी वादाखिलाफी का आरोप लगाया था.