कोरोना वायरस के भयानक प्रकोप को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को 21 दिन के लिए लॉकडाउन कर दिया है. 130 करोड़ हिंदुस्तानियों को घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है. वहीं, सरकार लॉकडाउन के दौरान गरीबों-मजदूरों के घरों को राशन पहुंचाने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्थाएं कर रही है. लगातार हर जिले में प्रशासन नजर बनाए हुए है कि कोई भी आदमी भूखा ना रहे. इसके लिए कंट्रोल रूम भी बनाया गया है.
लोगों को कंट्रोल रूम का नंबर भी दिया गया है कि यदि कोई समस्या है या किसी चीज की आवश्यकता है तो उसके लिए सीधे प्रशासन को फोन कर डिमांड कर सकते हैं. लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो इन्हीं कंट्रोल रूम के नंबर पर फोन करके प्रशासन को या तो परेशान करने की नियत से फोन कर रहे हैं या वह जमाखोरी करना चाहते हैं. ऐसा ही एक मामला अलीगढ़ में आया, जब कंट्रोल रूम को एक युवक ने फोन किया और उसने कहा कि उसके घर पर कुछ भी खाने-पीने को नहीं है.
जानकारी पर अलीगढ़ के अपर सिटी मजिस्ट्रेट और पुलिस क्षेत्राधिकारी खाने का सामान लेकर जब उसके घर पहुंचे तो वहां पर काफी तादाद में करीब 10 से 15 दिन का राशन मिला. उसके घर में गेहूं, सब्जी, दाल, चावल और आटा सब रखा हुआ था. लेकिन इसके बावजूद भी वह प्रशासन को फोन करके भुखमरी की बात कर रहा था. इस बात के लिए अधिकारियों ने उस युवक को चेतावनी दी तो उसने अपने किए पर माफी मांगी.
प्रशासन ने भी उसको चेतावनी देकर छोड़ दिया. इस दौरान किसी ने वीडियो भी रिकॉर्ड कर लिया और वायरल कर दिया. जब पूरे मामले पर अलीगढ़ के अपर सिटी मजिस्ट्रेट रंजीत सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि कंट्रोल रूम में लोग फोन करके अपने घर पर राशन ना होने की जानकारी दे रहे हैं. जिसके बाद लोगों को प्रशासन राशन उपलब्ध करा रहा है.
उन्होंने बताया कि ऐसा ही एक फोन रात को 11:00 बजे आया था. लोको कॉलोनी के रहने वाले युवक ने फोन कर इस बात की जानकारी दी कि उसके घर पर राशन नहीं है. वह भुखमरी की स्थिति में है. सूचना पर अपर सिटी मजिस्ट्रेट रंजीत सिंह और सीओ सिविल लाइन राशन लेकर मौके पर पहुंचे और जब उसके घर को चेक किया गया तो वहां पर पर्याप्त मात्रा में राशन मिला. युवक को चेतावनी देकर छोड़ दिया गया है और उसने भविष्य में इस तरह की हरकत न करने की बात कही है. युवक ने माफी भी मांगी.