बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को शायद ही कोई ऐसा हो जो नहीं जानता हो. साल 1983 में उनकी फिल्म 'कुली' रिलीज हुई थी. इस फिल्म की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन के साथ ऐसा हादसा हुआ था कि उनकी जिंदगी खतरे में पड़ गई थी. हाल ही में अमिताभ बच्चन ने अपने बेटे अभिषेक बच्चन के साथ उन दिनों की तस्वीर शेयर की है. इस बुरे समय में अमिताभ के फैंस ने उनकी मदद की थी. जानें- कैसे हुआ था ये हादसा और कैसे बची अमिताभ की जान.
फिल्म 'कुली' रिलीज होने से पहले ही चर्चाओं में आ गई थी. फिल्म की शूटिंग के दौरान एक सीन में उनके को- स्टार पुनीत इस्सर को अमिताभ को मारना था. इस सीन को शूट करते समय 26 जुलाई 1982 को अमिताभ बच्चन घायल हो गए थे.
अमिताभ बच्चन को मुंबई के एक अस्पताल में ट्रांसफर किया गया. बताया जाता है कि इस घटना के बाद कुछ समय के लिए अमिताभ को क्लीनिकली डेड घोषित कर दिया गया था.
अमिताभ के पेट में इतनी गहरी चोट लगी थी कि उनकी आंत फट चुकी थी.
बताया जाता है कि अमिताभ बच्चन के अस्पताल में होने की खबर से दुनियाभर में उनके फैंस के बीच मातम जैसा माहौल हो गया था. उनके फैंस शोक में थे और उनके लिए लगातार दुआएं कर रहे थे. देश से लेकर विदेश तक उनके फैंस परेशान थे.
अमिताभ की इस हालत से परेशान उनके दोस्त राजीव गांधी ने अपनी अमेरिका की यात्रा रद्द कर दी थी.
अमिताभ के फैंस ने उनकी जान बचाने के लिए केवल दुआएं ही नहीं की थीं बल्कि उनके लिए 200 डोनरों ने 60 बोतल खून भी दिया था. इन्हीं बोतलों में से किसी डोनर का खून इंफेक्टेड था जिसमें हेपाटाइटिस-बी वायरस था.
अमिताभ बच्चन इस घटना से तो बाहर आ गए लेकिन साल 2000 में हेपाटाइटिस बी वायरस के चलते उनका लिवर 75% खराब हो गया था. बाद में अमिताभ बच्चन ने हेपाटाइटिस वैक्सीन का प्रचार भी किया था.
'कुली' के सेट पर घायल हुए अमिताभ को ठीक होने में समय लगा और 7 जनवरी 1983 को उन्होंने फिल्म की शूटिंग फिर से शुरू की.
इस सीन में अमिताभ बच्चन के घायल हो जाने के चलते फिल्म का एंड (अंत) भी बदला गया था. पहले फिल्म की स्क्रिप्ट में ता कि कादर खान के अमिताभ को गोली मारने के बाद उनकी मौत हो जाती है लेकिन बाद में इस सीन को यह सोचकर बदल दिया गया था कि फिल्म में अमिताभ को मरते हुए दिखाने से उनके फैंस पर नेगेटिव असर हो सकता है.
बाद में फिल्म में दिखाया गया था कि घायल होने के बाद फिल्म का हीरो ऑपरेशन के बाद ठीक हो जाता है.