कोरोना वायरस से पूरी दुनिया परेशान है. लोगों में जैसे ही किसी चीज से वायरस फैलने की अफवाह उड़ती है लोग उससे फौरन दूरी बना लेते हैं. ऐसे में असम पुलिस ने कोरोना वायरस के डर से पालतू जानवरों को छोड़ने वाले लोगों को सावधान किया है और बताया है कि उन्हें इसके लिए कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.
इसको लेकर असम पुलिस ने जिला पुलिस प्रमुखों को एक आदेश जारी किया है ताकि यह सुनिश्चित किया जाए कि कोरोना वायरस की आशंका पर लोगों के अपने पालतू जानवर छोड़ने पर कानूनी कार्रवाई की जा सके. वहां कई दुकानदारों ने अपने पालतू जानवरों से दूरी बनाए रखने के लिए उन्हें अपनी दुकान परिसर में बंद कर दिया है.
राज्य पुलिस मुख्यालय ने गुवाहाटी शहर के पुलिस आयुक्त और सभी पुलिस अधीक्षकों को आदेश जारी किया है कि वे पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया के एक पत्र पर कार्रवाई करें.
पेटा इंडिया इमरजेंसी रिस्पांस टीम के एसोसिएट मैनेजर मीत असारी ने एक बयान जारी कर कहा, "हम अधिकारियों को ऐसा निर्देश देने के लिए असम पुलिस को धन्यवाद देते हैं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि जो लोग कोरोना वायरस के संकट के दौरान जानवरों के साथ क्रूरता से व्यवहार करते हैं, उनपर कानून के मुताबिक कड़ी कार्रवाई हो."
23 मार्च को एक अन्य सलाह में, AWBI ने कानून-प्रवर्तन अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने का अनुरोध किया था कि कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण लॉकडाउन के दौरान कोई भी जानवर भूख से पीड़ित न हो.