पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा सूबे का बालाकोट कैंप बीते साल 26 फरवरी को तड़के भारतीय वायुसेना के एयरस्ट्राइक में तबाह हुआ था. इस घटना को एक साल हो गए हैं. घटना में कई आतंकी मारे गए थे. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि एक साल के बाद पाकिस्तान इस घटना पर जश्न क्यों मना रहा है.
दरअसल, भारतीय और पाकिस्तानी वायुसेना के बीच पिछले साल हुई मुठभेड़ को
पाकिस्तान तोड़ मरोड़कर पेश कर रहा है. इस घटना से जुड़े तथ्यों को विकृत
कर उसने इसे एक दुष्प्रचार का हथियार बनाने की कोशिश कर रहा है.
आईएनएस
ने पाकिस्तानी मीडिया के हवाले से अपनी एक रिपोर्ट में बताया है कि वह
बाकायदा इस दुष्प्रचार की नुमाइश भी करने जा रहा है. एक स्थानीय मीडिया की
रिपोर्ट में कहा गया है, 'बीते साल पाकिस्तानी वायुसेना द्वारा एक भारतीय
मिग-21 विमान को मार गिराने की घटना को पाकिस्तानी वायुसेना जोरशोर से याद
कर रही है.'
इतना ही नहीं रिपोर्ट में यह भी बताया गया है, 'पाकिस्तानी वायुसेना के मुख्यालय में इस भारतीय विमान के टुकड़ों और उन चार
मिसाइलों के टुकड़ों की प्रदर्शनी लगाई गई है जो विमान से दागी नहीं जा
सकी थी.'
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सभी मिसाइलों के
टुकड़ों का होना इस बात का प्रमाण है कि भारत का यह दावा गलत है कि उसके
लड़ाकू विमान ने पाकिस्तानी विमान को मार गिराया था. पाकिस्तानी वायुसेना
के अधिकारियों ने भी कहा है कि 27 फरवरी 2019 का दिन उनकी फोर्स के लिए
ऐतिहासिक है.
अपने प्रोपैगैंडा को और हवा देने के लिए पाकिस्तानी वायुसेना की मीडिया शाखा ने 27 फरवरी 2019 की घटना पर एक गाना भी लांच किया है.
पाकिस्तान समर्थित आतंकियों द्वारा पुलवामा में भारतीय जवानों पर किए गए
हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट पर 26 फरवरी 2019 को
धावा बोला था और कई आतंकियों को ढेर कर जवानों की शहादत का बदला लिया था.
इसके
बाद 27 फरवरी को पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों ने जम्मू-कश्मीर के
नौशेरा में घुसने का दुस्साहस किया जिसे भारतीय वायुसेना ने विफल कर दिया
था. भारतीय वायुसेना के विमानों ने इन्हें इंटरसेप्ट किया और उनकी कोशिश को
विफल कर दिया.
इस दौरान भारतीय मिग-21 ने पाकिस्तान के एक एफ-16
विमान को मार गिराया था. भारत ने इस संघर्ष में अपना एक मिग भी खोया लेकिन
इसके पायलट अभिनंदन सुरक्षित निकल गए थे. हालांकि, उनका पैराशूट पाकिस्तान
के कब्जे वाले कश्मीर की तरफ चला गया था.
इसके बाद उन्हें पाकिस्तानी सेना ने पकड़ लिया लेकिन भारत के सख्त तेवर के बाद पाकिस्तान ने उन्हें वापस भारत को सौंप दिया था.(All Photos: File)