कोरोना महामारी के बीच ब्रिटेन से एक अच्छी खबर सामने आई है. ब्रिटेन की सबसे दुर्लभ तितली की प्रजाति 150 सालों में पहली बार नजर आई है. यह तितली की सबसे बड़ी नीली प्रजाति है. इसे एक बार फिर कोट्सवोल्ड पहाड़ियों पर देखा गया है. (Photo-David Simcox/National Trust
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द गार्डियन के मुताबिक, इस नीली तितली को 1979 में विलुप्त घोषित कर दिया गया था जिसके बाद द नेशनल ट्रस्ट के लगातार प्रयासों के बाद इस प्रजाति ने पुन: वापसी की है. इस नस्ल को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए पिछले साल रोडबोरो कॉमन में 867 एकड़ की जमीन प्रदान की गई थी. (Photo-David Simcox/National Trust
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बीते 150 सालों में इस दुर्लभ तितली को देखा नहीं गया. वहीं, इस साल गर्मियों में ग्लूस्टरशायर के रॉडबोरो कॉमन में लगभग 750 तितलियां नजर आईं. इसके लिए टीम ने पहाड़ी के घास के मैदान को इन तितलियों के अनुरूप बनाया, जिसके बाद पिछले शरद ऋतु में 1,100 लार्वा पैदा हुए. (Photo-David Simcox/National Trust
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चार दशकों बाद विश्व भर में विलुप्त हो चुकी ये तितली अब सिर्फ ब्रिटेन में ही बड़ी संख्या में नजर आ रही है. ब्रिटेन में इस दुर्लभ तितली की वापसी निश्चित रूप से दुनिया भर में सबसे सफल कीट प्रजनन परियोजना है. (Photo-David Simcox/National Trust
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प्रोफेसर जेरेमी थॉमस और डेविड सिमकोक्स ने कई साल का तितली की ब्रीडिंग को लेकर अध्ययन किया. ऐसा करने के लिए, उन्हें पहले इस तितली के अनूठे जीवनचक्र को समझा जिसके बाद सफलतापूर्वक अपना काम शुरू किया. दुर्लभ तितली का वापस आना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं माना जा रहा है. (Photo-David Simcox/National Trust
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