ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय अपने शाही ताज को लेकर इन दिनों सोशल मीडिया पर चर्चा में है. उन्हें भारत में लोग जमकर ट्रोल कर रहे हैं और कह रहे हैं कि भारत का कोहिनूर वापस लौटाएं.
दरअसल, यह पूरा विवाद खड़ा हुआ एक इंटरव्यू के बाद, जिसे ब्रिटिश अखबार ने प्रकाशित किया था. इसमें महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने ब्रिटिश अखबार को कहा कि वह अपना भाषण पेपर को नीचे रखकर पढ़ भी नहीं सकती. उन्हें भाषण पढ़ने के लिए इसे ऊपर उठाना पड़ता है, क्योंकि नीचे रखकर पढ़ा तो गर्दन टूट जाएगी या ताज नीचे गिर जाएगा.
महारानी एलिजाबेथ द्वितीय की यह बात लोगों को पसंद नहीं आई. सोशल मीडिया पर लोग ब्रिटेन की महारानी से कोहिनूर को लौटाने की मांग करने लगे. लोगों का कहना है कि यदि महारानी कोहिनूर वापस लौटा दें तो ताज का वजन कम हो जाएगा.
मालूम हो कि जवाहरात जड़े होने की वजह से महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का शाही ताज काफी भारी है. महारानी के ताज में 2868 हीरे, 17 नीलम, 11 पन्ने और कुल 269 मोतियां जड़े हैं.
पूरे ताज में सबसे ख़ास कोहिनूर हीरा है, जो करीब 800 साल पहले भारत के खदान से निकला था. इसके बाद 105 कैरेट का यह हीरा अंग्रेजी राज के दौरान तत्कालीन महारानी विक्टोरिया को भेंट में दिया गया था.
तब से ही कोहिनूर हीरा ब्रिटेन में है. कई बार इस हीरे को वापस लाने की भी मांग होती रही है. कोहिनूर के अलावा
महारानी के शाही ताज में 17 कैरेट (करीब 3.4 ग्राम) का टर्किश डायमंड भी जड़ा हुआ है.