कोरोना वायरस की मार से बदहाल चीन के वुहान शहर में सन्नाटा पसरा हुआ है. यहां लोग घरों में कैद हैं. चीन की सरकार ने लोगों को बाहर निकलने से मना कर दिया है. इन्हीं फंसे लोगों में एक भारतीय कपल भी है जो चीन के विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर पद पर हैं. वह और उनकी पत्नी सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं.
चीन में फंसे यूपी के एटा जिले में रहने वाले पति-पत्नी ने भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है. चीन के वुहान शहर में एटा जिले के जलेसर कस्बे के रहवासी पति-पत्नी फंस गए हैं. कोरोना वायरस की दहशत से वह घर के बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. उन्होंने भारत सरकार से स्वदेश लौटने के लिए मदद मांगी है. वह चीन के विश्वविद्यालय में एसोसिएट प्रोफेसर के पद पर तैनात हैं. इनके साथ सहारनपुर और शाहजहांपुर के लोग भी हैं जो देश में आना चाहते हैं.
दरअसल, जलेसर निवासी आशीष यादव लंबे समय से चीन में काम कर रहे हैं. उनकी पत्नी नेहा यादव वहीं से पीएचडी कर रही हैं.
आशीष यादव ने बताया कि कोरोना वायरस की वजह से यहां पर बहुत दहशत है. लोग घरों में कैद हैं. सड़कों पर सन्नाटा छाया रहता है. पिछले 3 दिनों से खाने की परेशानी हो रही है. घरों के अंदर ही खाना का सामान उपलब्ध कराया जा रहा है. 1 फरवरी को उन्हें इंडिया आना था. उसी दिन अचानक पत्नी नेहा की तबीयत बिगड़ गई. ऐसे में हम नहीं आ सके.
पिछले 8 दिनों ने भारत और चीन की सरकार को बता रहे हैं कि हमें इंडिया जाना है कहीं से कोई मदद नहीं मिल रही है. भारत सरकार में विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फिर से संपर्क किया. अभी तक कोई जवाब नहीं मिल सका. हर मिनट देश की ओर निगाह लगाए हुए हैं कि कोई भी जवाब मिल जाए. सहारनपुर के रहने वाले अब्दुल सत्तार और शाहजहांपुर के गौरव शुक्ला सहित 22 लोग वहां फंसे हैं.
आशीष यादव ने बताया कि अभी हम इंडिया आने के लिए सभी नेताओं को ट्वीट कर चुके हैं. किसी ने भी हमारा जवाब नहीं दिया. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने जरूर आश्वासन दिया कि वह भारत लाने में मदद करेंगे. वहीं, झांसी से राज्यसभा सांसद चंद्रपाल ने फोन कर हालचाल जाना. उन्होंने सोमवार को विदेश मंत्री से बात करने की बात कही है.
दूसरी तरफ आशीष यादव के परिजन परेशान हैं. आशीष यादव का छोटा भाई एयरफोर्स में नौकरी करता है. अभी वह दिल्ली में तैनात है.
चीन की सरकार ने पिछले 3 दिनों से बाहर ना निकलने का फरमान जारी कर दिया है. घरों में खाने का सामान भी खत्म होता जा रहा है. अभी खाने के लिए चावल-आटा खत्म हो चुका है. भारत सरकार से यह अपील है कि हमें जल्द से जल्द यहां से निकाले हमारे पास खाने को ज्यादा कुछ नहीं बचा है, प्लीज हमारी हेल्प करें.
आशीष की पत्नी नेहा यादव ने एक वीडियो जारी करते हुए कि मैं यहां चाइना के वुहान शहर में रह रही हूं. मैं यहां कंप्यूटर साइंस से पीएचडी कर रही थी. हम यहां पर भारत सरकार से अपील करते हैं कि प्लीज, हमें यहां से बाहर निकालिए. हम यहां पर बुरी तरह फंस गए हैं. यहां पर दिन प्रतिदिन कंडीशन बहुत खराब होती जा रही है. ऐसा लगता ही नहीं कि यहां पर जल्दी ही सुधार होगा. यहां बहुत सारे इंडियंस हैं. अभी भी जो बाहर जाना चाहते हैं, उन्हें कोई उम्मीद नहीं दिख रही. भारत सरकार हमारी हेल्प कीजिए ताकि हम यहां से निकल सकें.
आशीष के माता-पिता ने कहा है कि हमने 2 दिन पहले और लोगों से बात की है. इंडिया में कोई सांसद से भी बात हुई है लेकिन वह कह रहे हैं कि हम कोशिश करते रहेंगे. हम इस समय परेशान हैं. मेरा बेटा बार-बार फोन कर रहा है. 2 साल से गए हैं वहां पर. अभी 1 फरवरी को आना था लेकिन अभी फ्लाइट बंद हैं. जब फ्लाइट चालू होंगी, तभी कुछ कर पाएंगे. अभी वह सभी घर के अंदर ही हैं. वह बाहर ही नहीं निकले पा रहे.