एक रिपोर्ट में अमेरिका की सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी (CIA) के हवाले से दावा किया गया है कि चीन ने कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक चेतावनी जारी करने से रोकने के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को धमकी दी थी. इससे पहले जर्मनी की फेडरल इंटेलिजेंस सर्विस Bundesnachrichtendienst (बीएनडी) के हवाले से भी ऐसी रिपोर्ट सामने आ चुकी है. (प्रतीकात्मक फोटो)
newsweek.com की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सीआईए समझती है कि चीन ने WHO पर दबाव बनाया ताकि कोरोना पर दुनिया को अलर्ट करने में देरी की जा सके. कथित तौर से चीन ने कोरोना के शुरुआती दिनों में WHO से कहा था कि अगर उसने वैश्विक चेतावनी जारी की तो वह विश्व स्वास्थ्य संगठन को कोरोना पर जांच में सहयोग करना बंद कर देगा.
रिपोर्ट में बताया गया है कि जनवरी के शुरुआती दिनों में चीन ने WHO को ये धमकी दी थी. ये भी आरोप लगाया गया है कि चीन इस दौरान अमेरिका सहित अन्य देशों में निर्मित पीपीई सहित अन्य मेडिकल इक्विपमेंट जमा करने में जुटा हुआ था.
सीआईए के डॉक्यूमेंट 'UN-China: WHO Mindful But Not Beholden to China' के आधार पर ये दावा किया गया है. अमेरिकी इंटेलिजेंस के दो अधिकारियों ने न्यूजवीक ने कंटेट की पुष्टि की है.
इससे पहले जर्मनी की न्यूज मैगजीन Der Spiegel ने देश की फेडरल इंटेलिजेंस सर्विस से मिली जानकारी के आधार पर ये दावा किया था कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने व्यक्तिगत तौर पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के डायरेक्टर जनरल टेड्रोस एडहैनम घेब्रियेसुस को कहा था कि वे कोरोना वायरस को लेकर वैश्विक चेतावनी जारी करने में देरी करें. हालांकि, WHO ने इस रिपोर्ट को झूठ बताया था.
वहीं, Newsweek के मुताबिक, WHO ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि WHO सदस्य देशों के साथ की गई खास चर्चा पर प्रतिक्रिया नहीं देता है. लेकिन संस्था ने लोगों की जिंदगी बचाने पर हमेशा अपना ध्यान केंद्रित रखा है.