पूरी दुनिया में इस समय कोरोना वायरस से जंग जारी है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) इसमें अहम भूमिका निभा रहा है. कोरोना वायरस से लड़ाई में WHO को दूसरे देशों में स्थानीय संघर्ष का भी सामना करना पड़ रहा है.
म्यांमार में कोरोना वायरस का सैंपल लेने पहुंचे WHO के ड्राइवर की संघर्षग्रस्त क्षेत्र में लोगों ने हत्या कर दी. ड्राइवर का नाम पाइने सोन विन माउंग था, जो वहां संयुक्त राष्ट्र संघ का वाहन चला रहा था. उसे म्यांमार के राखीन राज्य में गोलियों से भून दिया गया. बता दें कि वो WHO का ड्राइवर था लेकिन उस वक्त सुंयक्त राष्ट्र संघ के वाहन को चला रहा था.
इस घटना को लेकर संयुक्त राष्ट्र संघ ने कहा है कि हाल के दिनों में सेना और सशस्त्र जातीय समूह अराकान के बीच लड़ाई में अब तक दर्जनों नागरिक मारे जा चुके हैं. डब्ल्यूएचओ चालक की सोमवार को हुई मौत के लिए दोनों पक्षों ने एक-दूसरे को दोषी ठहराया है.
म्यांमार के एक सैन्य प्रवक्ता मेजर-जनरल तुन न्यी ने कहा कि उनके बलों के पास वाहन पर हमला करने का कोई कारण नहीं था. उन्होंने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि "वे हमारे लिए काम कर रहे हैं, हमारे देश के लिए काम कर रहे हैं," इसलिए उनकी जिम्मेदारी हम पर है.
म्यांमार में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय की तरफ से 28 वर्षीय ड्राइवर की मौत पर "गहरा दुख" जताया गया. ड्राइवर पर यह हमला मिनबाया बस्ती में एक सैन्य चौकी के पास हुआ था.
एक फेसबुक पोस्ट के मुताबिक जिस वाहन पर हमला किया गया वो सिटवे से यंगून तक की यात्रा पर था जो "स्वास्थ्य और खेल मंत्रालय की तरफ से कोरोना वायरस के नमूने लेने जा रहा था. हमले को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने यह साफ नहीं किया है कि गोली किस गुट की तरफ से चलाई गई. हालांकि इस हमले में एक सरकारी कर्मचारी भी घायल हुआ है.