इटली के एक टॉप डॉक्टर ने दावा किया है कि कोरोना वायरस कमजोर पड़ रहा है. इटली के Policlinico San Martino हॉस्पिटल में संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ प्रोफेसर मैट्टिओ बस्सेट्टी ने कहा है कि कोरोना वायरस पहले बाघ की तरह था, जो अब जंगली बिल्ली जैसा हो गया है.
ब्रिटिश टेलिग्राफ के मुताबिक, प्रोफेसर मैट्टिओ बस्सेट्टी ने दावा किया है कि बिना वैक्सीन के भी कोरोना वायरस खुद से खत्म हो सकता है. हालांकि, कोरोना वायरस के कमजोर पड़ने की थ्योरी से दुनिया के कम ही एक्सपर्ट सहमत दिख रहे हैं.
Policlinico San Martino हॉस्पिटल में संक्रामक रोगों के क्लिनिक के प्रमुख ने कहा कि पहले की स्थिति में जिस कोरोना मरीज की मौत हो सकती थी, अब वे रिकवर कर रहे हैं. बता दें कि इटली उन देशों में शामिल है जहां कोरोना का कहर सबसे पहले देखने को मिला था. अब इटली में नए केस की संख्या घट गई है.
इटली में फिलहाल एक्टिव केस की संख्या करीब 20,970 है और एक फीसदी से भी कम लोग गंभीर स्थिति में हैं. वहीं, इटली में संक्रमित लोगों की कुल संख्या 2.1 लाख के करीब है और 34 हजार से अधिक लोगों की मौत हुई है.
इटली में मार्च के आखिर में रोज 5 हजार से 6 हजार तक नए केस सामने आ रहे थे, लेकिन अब सिर्फ 200 से 300 ही नए केस रोज आ रहे हैं. संक्रामक रोगों के विशेषज्ञ प्रोफेसर मैट्टिओ बस्सेट्टी का कहना है कि केस घट रहे हैं जिसका ये मतलब हो सकता है कि वायरस के खत्म होने के लिए वैक्सीन की जरूरत नहीं है.
प्रोफेसर मैट्टिओ बस्सेट्टी ने कहा कि उन्हें लगता है कि वायरस का खतरा घट रहा है. उन्होंने कहा- 'मार्च और अप्रैल की शुरुआत में अलग पैटर्न था. तब लोग सांस की भारी तकलीफ के साथ आ रहे थे. बीते 4 हफ्ते में तस्वीर बदल गई है. अब लोगों में वायरल लोड कम हो सकता है. संभवत: जेनेटिक म्यूटेशन की वजह से ऐसा हुआ है.'
बस्सेट्टी ने कहा कि अब 80 से 90 साल के लोग भी बिना मदद के सांस ले पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से भी वायरल लोड कम हुआ है. उन्होंने कहा कि अब कम केस आ रहे हैं और अपने आप ही वायरस खत्म हो सकता है.
Rutherford Health के चीफ मेडिकल ऑफिसर प्रो. कैरोल सिकोरा ने भी कहा था कि कोरोना खुद से खत्म हो सकता है. लेकिन एक्स्टर मेडिकल स्कूल के सीनियन क्लिनिकल लेक्चरर भारत पंखानिया ने कहा है कि कोरोना खत्म हो जाएगा, ये आशावादी विचार थोड़े वक्त के लिए ही है. भारत ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि वायरस इतनी जल्दी खत्म हो जाएगा.