एक्सपर्ट ने चेतावनी दी है कि अमेरिका में कोरोना वायरस की वजह से होने वाली मौत का आंकड़ा आधिकारिक संख्या से दोगुना हो सकता है. यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्सास में सोशियोलॉजी के प्रोफेसर मार्क हेयवार्ड अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) को मृत्यु दर को लेकर सलाह देते हैं. उन्होंने खुद आधिकारिक आंकड़ों पर सवाल उठाए हैं.
प्रोफेसर मार्क ने द इंडिपेंडेंट से इंटरव्यू में कहा है कि संभवत: अमेरिका में कोरोना वायरस से 1.6 लाख लोग मारे जा चुके होंगे. उन्होंने कोरोना के मृतकों की असल संख्या को लेकर कहा कि यह आधिकारिक आंकड़ों का दोगुना हो सकता है. रविवार सुबह तक के आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिका में करीब 80,308 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है.
अमेरिका में आधिकारिक रूप से 13 लाख से अधिक लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं. यह दुनिया में किसी भी अन्य देश में संक्रमित लोगों की संख्या से अधिक है. पूरी दुनिया में 41 लाख से अधिक लोग संक्रमित हो चुके हैं.
हालांकि, प्रोफेसर मार्क ने यह भी कहा कि कोरोना से होने वाली मौतों के सही आंकड़ों का पता लगाना काफी मुश्किल काम है. लेकिन उन्होंने कोरोना संक्रमित लोगों के मामले सामने आने में होने वाली देरी का जिक्र किया.
प्रोफेसर मार्क ने कहा कि जो सबूत सामने आ रहे हैं उससे ऐसा लगता है कि गंभीर रूप से बीमार हजारों लोग इलाज हासिल करने में असफल रहे हैं. जैसे कि हार्ट फेल, स्ट्रोक्स और कैंसर से बीमार लोग. क्योंकि लोगों को लगता है कि वे कोरोना से संक्रमित हो जाएंगे.
जानकारों ने अमेरिका में मृत्यु के आंकड़ों को लेकर इसलिए भी सवाल उठाए हैं क्योंकि टेस्टिंग की कमी देखी जा रही है और मामलों के रिपोर्टिंग पैटर्न अलग-अलग हैं.
एक्सपर्ट ने यह भी चिंता जताई है कि देश में मौत के कारणों की जांच करने के लिए कोई नेशनल स्टैंडर्ड नहीं है. अमेरिका में कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े पर सवाल ऐसे वक्त में उठ रहे हैं जब कई राज्यों में लॉकडाउन खोलने को लेकर कोशिशें हो रही हैं.