कोरोना वायरस से बीमार होने के बाद 2 महीने तक हॉस्पिटल में भर्ती रहे एक शख्स ने दूसरों को चेतावनी दी है और कहा है कि लोगों को वायरस को गंभीरता से लेना चाहिए. अमेरिका के लॉस एंजिल्स के रहने वाले इस शख्स को इलाज के दौरान गंभीर दिक्कतों का सामना करना पड़ा और उसके हाथों की ज्यादातर उंगलियां काटनी पड़ीं.
54 साल के ग्रेग गारफील्ड कोरोना महामारी के शुरुआती दिनों में ही संक्रमित हो गए थे. इटली की एक ट्रिप के दौरान ग्रेग और उनके कुछ दोस्त कोरोना पॉजिटिव हो गए थे. अमेरिका आने के बाद वह बीमार पड़ गए थे.
अमेरिका के एक हॉस्पिटल में कोरोना के पहले मरीज के तौर पर ग्रेग को भर्ती किया गया था. 48 घंटे में ही उनकी हालत बिगड़ गई थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखना पड़ा. डॉक्टर ने उनके बचने का अनुमान महज 1 फीसदी लगाया था.
ग्रेग के शरीर में कई दिक्कतें होने लगीं. फेफड़ों में गंभीर तकलीफ के साथ-साथ सेप्सिस और किडनी और लीवर फेल होने से भी उन्हें जूझना पड़ा. उन्हें करीब 64 दिन हॉस्पिटल में रहना पड़ा जिनमें से 31 दिन वे वेंटिलेटर पर रहे. 8 मई को उन्हें हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई.
हालांकि, ग्रेग को कोरोना की वजह से अब जिंदगी भर कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा. उनके दोनों हाथों की उंगलियों को काटना पड़ा है. उनके डॉक्टर ने बताया कि खून के प्रवाह में दिक्कत की वजह से अंगुलियां काटनी पड़ीं.