लॉकडाउन में फंसी एक प्रेग्नेंट महिला जब अपने गांव से पैदल ही हॉस्पिटल के लिए चली तो उसे रास्ते में ही लेबर पेन हो गया. तभी वहां से एक पुलिस कॉन्स्टेबल गुजर रहा था,
उसने गांव की महिलाओं से मदद मांगी तो सड़क पर ही बच्चे की डिलीवरी हुई. मानवीय संवेदना पैदा करने वाला यह मामला मध्य प्रदेश के आदिवासी जिले अलीराजपुर का है.
कोरोना वायरस के कारण 21 दिन के लॉकडाउन का असर सब जगह देखने को मिल रहा है. आज शुक्रवार को मध्य प्रदेश के अलीराजपुर में मसनी गांव की एक प्रेग्नेंट महिला को जब हॉस्पिटल जाने के लिए जननी एक्सप्रेस या अन्य कोई वाहन नहीं मिला तो वह खुद ही हॉस्पिटल के लिए चल दी लेकिन बीच रास्ते में ही तड़पने लगी.
उस तड़पती हुई महिला को गांव वाले देख रहे थे लेकिन लॉकडाउन की वजह से गांव की महिलाएं पास नहीं जा रही थीं.
इसी बीच एक पुलिस कॉन्स्टेबल वहां पहुंचा और महिलाओं से प्रेग्नेंट लेडी की मदद के लिए कहा. पुलिस की बात सुनकर कुछ महिलाएं आगे आईं और सड़क किनारे गर्भवती महिला
की डिलीवरी करवाई. बाद में प्रेग्नेंट लेडी को ठेलागाड़ी से खट्टाली गांव के उप स्वास्थ केंद्र ले जाया गया जहां मां और बच्चा स्वस्थ हैं.
लॉकडाउन में पुलिस सभी को घर में रहने के लिए कह रही है लेकिन इस मामले में पुलिस कॉन्स्टेबल ने मानवीय संवेदना का परिचय दिया. पुलिस के आला अधिकारी इस
लॉकडाउन में प्रेग्नेंट लेडी के लिए सहृदयता बरतने के लिए पुलिस कांस्टेबल की तारीफ कर रहे हैं और उसको नकद इनाम देने की बात भी हो रही है.