गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के हिंसक आंदोलन की ऐसी तस्वीरें अब सामने आ रही हैं जिससे इसकी विश्वसनीयता और नीयत दोनों पर सवाल खड़े होने लगे हैं. मंगलवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान आंदोलनकारी किसानों ने लाल किले पर कब्जा कर लिया और इस राष्ट्रीय प्रतीक पर जमकर उत्पात मचाया. उपद्रवियों ने वहां सरकारी संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचाया और सुरक्षा से जुड़े उपकरणों को तोड़ दिया. बता दें कि ट्रैक्टर परेड के लिए निर्धारित मार्ग से हटकर प्रदर्शनकारी किसानों का एक समूह मंगलवार को लालकिले में घुस गया था और राष्ट्रीय राजधानी स्थित इस ऐतिहासिक स्मारक के कुछ गुंबदों पर झंडे लगा दिए थे.
लालकिले पर इन हिंसक आंदोलनकारियों की कारगुजारी देखकर आप भी चौंक जाएंगे. हजारों की संख्या में वहां पहुंचे उपद्रवियों ने जमकर तोड़फोड़ की और वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों को जमकर पीटा. इन हिंसक आंदोलनकारियों ने ना सिर्फ लाल किले के प्राचीर पर धार्मिक झंडा लगाया बल्कि जमकर तोड़ फोड़ भी की. ये उपद्रवी पुलिस द्वारा आईटीओ से खदेड़े जाने के बाद अपना ट्रैक्टर लेकर लालकिला परिसर पहुंच गए थे. उपद्रवियों ने उस ध्वज-स्तंभ पर अपना झंडा लगा दिया जहां से प्रधानमंत्री 15 अगस्त को राष्ट्रीय ध्वज फहराते हैं.
लालकिले में हुए तांडव की जो तस्वीरें सामने आई हैं उससे साफ पता चल रहा है कि यहां कई गाड़ियों को नुकसान पहुंचाया गया है, एसी तोड़ दिए गए और वहां मौजूद झांकियों को नुकसान पहुंचाया गया. बुधवार को केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद पटेल ने भी लाल किले पहुंच कर नुकसान का जायजा लिया. केंद्रीय गृह मंत्रालय में भी कल की घटना को लेकर बैठक चल रही है. सीआरपीएफ डीजी बुधवार सुबह गृह मंत्रालय पहुंचे, जहां वो गृह सचिव अजय भल्ला को लालकिले में हुई घटना की जानकारी देंगे. दो सौ से अधिक उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी बुधवार को बड़े अधिकारियों के साथ बैठक कर रहे हैं.
लाल किले में हुई हिंसा को लेकर दिल्ली पुलिस एक्शन में है. अब तक 22 एफआईआर दर्ज की जा चुकी है. दोपहर ढाई बजे दिल्ली पुलिस की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी और घटना की पूरी जानकारी दी जाएगी. बीते दिन हुई हिंसा में करीब 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. दिल्ली पुलिस हिंसा की साजिश को लेकर भी मामला दर्ज करेगी. हिंसा से जुड़े मामलों की जांच क्राइम जांच, स्पेशल सेल को सौंपी गई है.
दिल्ली में आज भी चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा को बढ़ा दिया गया है. अब ड्रोन कैमरे के जरिए लाल किले की सुरक्षा व्यवस्था की निगरानी की जा रही है लालकिले से लेकर इंडिया गेट, आईटीओ और अन्य कई इलाकों में अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के जरिए अब हुड़दंगियों की पहचान करने में जुटी है. सिंघु बॉर्डर के आसपास भी बुधवार को सुरक्षा बढ़ा दी गई है. अभी यहां प्रदर्शनकारियों की संख्या कम हो गई है. आज दोपहर 12 बजे पंजाब किसान यूनियन की बैठक होनी है, जबकि दो बजे संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक होगी.
दिल्ली पुलिस अब जगह-जगह लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज निकालकर प्रदर्शनकारियों की पहचान करने में जुटी है. लालकिले, नांगलोई, मुबारका चौक, सेंट्रल दिल्ली में सीसीटीवी कैमरों से फुटेज निकालने के लिए स्पेशल सेल, क्राइम ब्रांच की मदद भी ली जा रही है.इसमें पुलिस पर हमला करने वालों, लालकिले पर चढ़ने वालों, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों पर पुलिस की नजरें हैं. साथ ही उन किसान नेताओं की पहचान भी की जा रही है जिन्होंने आंदोलनकारियों को निर्धारित रूट से अलग सेंट्रल दिल्ली में जाने के लिए भड़काया.
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सभी देशवासियों से अपने राजनैतिक और वैचारिक मतभेदों से ऊपर उठ कर प्राथमिकता के आधार पर अमन और शांति कायम करने की अपील की है. संघ के महासचिव सुरेश भैयाजी ने एक बयान जारी कर कहा, ''दिल्ली में गणतंत्र दिवस जैसे पावन मौके पर हिंसा और अशांति बेहद दुखद एवं निदंनीय है''
उन्होंने लाल किले पर राष्ट्रीय ध्वज के इतर झंडा फहराने को ''दुर्भाग्यपूर्ण कार्रवाई'' बताया और कहा कि यह उन शहीदों का अपमान है जिन्होंने आजादी और देश की एकता के लिये अपने प्राणों की बलि दे दी''