दो दिन तक उत्तर पूर्वी दिल्ली में जो मौत का तांडव चला, उस पर भले ही काबू पा लिया गया हो लेकिन उसके निशान हिंसा की भयावहता की गवाही दे रहे हैं. हिंसा ग्रस्त इलाकों से जो नाले निकल रहे हैं, उसमें से अभी भी लाशें निकल रही हैं.
दिल्ली में हिंसा शुरू होने के एक सप्ताह बाद खौफनाक सच सामने आ रहा है. हिंसा प्रभावित इलाकों के नाले से अब लाशें निकल रही हैं. पिछले दो दिनों में इन नालों से चार लाशें निकली हैं. (File Photo: PTI)
सोमवार सुबह गोकुलपुरी नाले से एक और लाश बरामद हुई है. इससे पहले रविवार को भी इस इलाके के नालों से 3 शव मिले थे, जिनको पुलिस ने अपने कब्जे में ले लिया है. इस तरह दिल्ली हिंसा में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है.
नालों से निकल रही लाशों को देखते हुए अब पुलिस नालों में तलाशी अभियान चला रही है. बांस के बड़े-बड़े डंडों को नाले में डालकर पता लगाया जा रहा है कि नाले में कहीं बॉडी तो नहीं पड़ी है.
बता दें कि दिल्ली हिंसा में अबतक नालों से कई लाशें बरामद की जा चुकी हैं. इनमें आईबी कर्मचारी अंकित शर्मा की चांद बाग के नाले से मिली लाश भी शामिल है.
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली हिंसा मामले में अब तक दिल्ली पुलिस ने 334 एफआईआर दर्ज की है. इस मामले में 33 लोग गिरफ्तार किए गए हैं, जबकि 44 केस आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किए गए हैं. हिंसा में मरने वालों की संख्या 46 हो गई है.
मैप में दिख रहा है कि शिव विहार से जो नाला निकल रहा है, बीच में आकर इससे चांद बाग से निकलने वाला नाला भी मिल जाता है. इससे आगे गोकुलपुरी नाले के पास से बॉडी निकल रही हैं. यह करीब डेढ़ किलोमीटर लंबा नाला है.