कुख्यात आतंकवादी ओसामा बिन लादेन के दाहिने हाथ माने जाने वाले आदिल अब्दुल बारी को अमेरिका की जेल से रिहा कर दिया गया है. यूरोप में बिन लादेन का प्रवक्ता माने जाना वाल ये आतंकी न्यू जर्सी जेल में बंद था और अब वो यूनाइटेड किंगडम पहुंच चुका है. आदिल पर पूर्वी अफ्रीका में अमेरिका की एंबेसी पर बम धमाके करने का आरोप है जो अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए हमले से पहले अलकायदा का अमेरिका पर सबसे बड़ा हमला माना जाता था. (फोटो साभार: Sibusiso Ngwenya/फेसबुक)
न्यूयॉर्क के एक सीनियर जज का कहना है कि बढ़ते वजन के चलते आदिल को कोरोना होने का काफी खतरा था. इसलिए उसे छोड़ दिया गया है और वापस ब्रिटेन भेज दिया गया है. मिस्त्र में पैदा होने वाले आदिल ने साल 1991 में ब्रिटेन में पॉलिटिकल शरणार्थी बनने के लिए आवेदन किया था और अपने कनेक्शन्स के जरिए साल 1993 में आदिल के आवेदन को स्वीकार भी कर लिया गया था.
साल 1998 में अलकायदा के शक्तिशाली बम से लदे दो ट्रक तंजानिया और केन्या में मौजूद अमेरिकन एंबेसियों में टकरा गए थे जिसमें 224 लोग मारे गए थे. यूरोप में अलकायदा के प्रवक्ता के तौर पर आदिल ने पत्रकारों को कहा था कि ईस्ट अफ्रीका में अमेरिका की एंबेसियों पर हुआ आतंकी हमला अल-कायदा ने कराया है. आदिल के 6 बच्चे हैं जिनमें से एक बेटा आईएसआईएस का आतंकी भी है.
साल 1999 में स्कॉटलैंड यार्ड के डिटेक्टिव्स ने आदिल को एंबेसियों पर हुए हमले के आरोप में अरेस्ट कर लिया था. आदिल ने माना था कि उसने इस हमले की साजिश रची थी जिसके बाद उसे 25 साल की सजा सुनाई गई थी. साल 2012 में उसे अमेरिका प्रत्यर्पित कर दिया गया था. वो 25 में से 21 साल की सजा काट चुका है.
आदिल के वकीलों का कहना है कि वो अब अपने परिवार के साथ ब्रिटेन में शांत जीवन बिताना चाहता है. माना जा रहा है कि इस आतंकी के वापस ब्रिटेन आने पर इसके खिलाफ प्रदर्शन भी हो सकते हैं. एक सिक्योरिटी सोर्स का इस मामले में कहना है कि इस आतंकी का यूनाइटेड किंगडम में आना होम सेक्रेटी के लिए काफी बड़ा सिरदर्द साबित हो सकता है. वहीं ब्रिटेन की इंटेलीजेंस और पुलिस भी इस आतंकी पर लगातार नजरें बनाए रख सकती है.