प्रतिष्ठित फिल्म फेस्टिवल गोटबॉर्ग फिल्म फेस्टिवल ने जब 2021 के लिए एप्लीकेशन्स निकाले थे तो कई हजार लोगों ने इस एप्लीकेशन को भरा था. खास बात ये थी कि इस एप्लीकेशन में जिसका भी नाम आता उसे स्वीडन के एक बेहद वीरान टापू पाटेर नॉस्टर पर एक हफ्ते के लिए कई फिल्में देखने का मौका मिलता. (फोटो क्रेडिट: Erik Nissen Johansen)
इस दिलचस्प फिल्म फेस्टिवल के लिए पेटर नॉस्टर द्वीप पर जाने का मौका स्वीडन की इमरजेंसी वॉर्ड में काम करने वाली नर्स लीसा को मिला और वे इस द्वीप पर बोट के सहारे जाकर एक हफ्ता बिताकर आ चुकी हैं. इस दौरान उन्होंने इस वीरान द्वीप पर एक पूरा हफ्ता अकेले बिताया और कई फिल्मों का प्रीमियर देखा.
द मिरर वेबसाइट के साथ बातचीत में लीसा ने कहा कि मुझे अजीब नहीं लगा बल्कि मुझे काफी शांति महसूस हो रही थी. कोरोना काल के चलते मैं अपना काफी वक्त अकेले बिताने की आदी कहीं ना कहीं हो चुकी थीं. हालांकि मैं अपने दोस्तों के साथ बात नहीं कर पा रही थी क्योंकि यहां पर फोन की इजाजत नहीं थी.
उन्होंने आगे कहा कि कई बार कुछ शानदार फिल्मों को देखने के बाद मेरे मन में उस फिल्म से जुड़े कई विचार आते थे जो मैं लोगों से शेयर करना चाहती थी लेकिन फोन के अभाव में वो भी संभव नहीं था. लीसा ने कहा कि मैंने ज्यादा लोगों को इस फिल्म फेस्टिवल में जाने के बारे में नहीं बताया था. मेरे करीबी दोस्तों और फैमिली को इस बारे में पता था.
अपने डेली रुटीन के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि मेरा हर दिन लगभग एक सा ही होता था. मैं सुबह उठकर सन राइज देखती थी. फिर ब्रेकफास्ट होता था. योगा मैट पर एक्सरसाइज करती थी. इसके अलावा लाइटहाउस के आसपास रनिंग करती थी जो मेरी ट्रेनिंग का हिस्सा था. इसके बाद सेकेंड ब्रेकफास्ट के बाद वे अपने अनुभव को कैमरे में कैद करने के लिए वीडियो रिकॉर्ड किया करती थीं.
इसके बाद वे इस वीरान द्वीप को एक्सप्लोर करने के लिए निकल जाया करती थीं और फिर गैस स्टोव पर अपने लिय लंच बनाती थीं जो उनके लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण था. दोपहर का समय फिल्मों को देखने में बीतता था और इसके बाद वे ब्रेक लेकर सनसेट देखने निकल जाया करती थीं. इसके अलावा रात के अंधेरे में उनके पास खास करने को नहीं होता था तो वे रात में भी फिल्में ही देखती थीं.
लीसा ने कहा कि मुझे अंधेरे से थोड़ा डर लगता था इसलिए वे फिल्मों के साथ रात को अपना समय बिताती थीं. उन्होंने आगे कहा कि मैंने अपने एप्लीकेशन में भी लिखा था कि मैं अपने लिए समय निकालना चाहती हूं और आत्ममंथन करना चाहती हूं. पिछले साल इमरजेंसी वॉर्ड में नर्स के तौर पर काम करना ना केवल चुनौतीपूर्ण रहा और मैं मानसिक तौर पर भी थकावट महसूस कर रही थी.
उन्होंने आगे कहा कि हालांकि इस फिल्म फेस्टिवल के लिए अप्लाई करने के लिए मेरा सबसे मुख्य कारण था कि मुझे फिल्में काफी पसंद है और मैं अपनी जिंदगी में जितना मुमकिन हो, उतनी फिल्में देखना चाहती हूं. इसके अलावा दूसरा कारण था कि मुझे एक हफ्ता नेचर में वक्त बिताने का मौका मिल रहा था और इस द्वीप पर प्राकृतिक खूबसूरती देखने लायक थी.
लीसा से जब पूछा गया कि इस पूरी ट्रिप का सबसे बेहतरीन अनुभव क्या था ? इस पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि उन्हें इस बात की खुशी है कि वे इस दौरान अपने फोन से दूर थीं और भागदौड़ और आपाधापी से भरी जिंदगी के बीच उन्हें थोड़ा सा ठहर कर सुकून भरी जिंदगी बिताने का मौका मिला. लीसा ने कहा कि अगर उन्हें दोबारा मौका मिला तो वे ऐसा ही प्रयोग फिर करना चाहेंगी.