जम्मू-कश्मीर में आतंकियों का हमला और उनसे सुरक्षबलों की मुठभेड़ की खबरें अक्सर आती हैं. हर दिन आतंकी मारे जाते हैं. कभी हमारे जवान भी शहीद होते हैं. पर आज यानी 1 जुलाई 2020 की एक तस्वीर लोग हमेशा याद रखेंगे. घाटी से एनकाउंटर की जगह से बेहद दर्दनाक तस्वीर सामने आई है.
कश्मीर के सोपोर में बुधवार सुबह केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की टीम पर आतंकियों ने हमला कर दिया. हमला सरेआम एक बाजार में किया गया. हमले में CRPF के दो जवान शहीद हो गए. एक जवान जख्मी हैं. दो नागरिकों की भी आतंकियों की गोली से मौत हो गई. इनमें एक 60 साल के बुजुर्ग भी हैं.
बुजुर्ग का नाम है बशीर अहमद. बशीर अपने 3 साल के पोते सोहेल की जिद की वजह से उसे बाजार लेकर आए थे. गोलीबारी के बीच बशीर को भी गोली लगी तो वहीं सड़क पर गिर पड़े. गोलीबारी के बीच सोहेल अपने दादा बशीर के शव पर तब तक बैठा रहा जब तक पुलिसकर्मी ने उसे वहां से हटाया नहीं. सोहेल को ये नहीं पता था कि उसके दादा के साथ क्या हुआ है.
जमीन पर खून से लथपथ दादा के शव पर वह उसी तरह बैठा था जैसे कभी वो उनकी गोद में खेलता होगा. लेकिन दादा का शरीर गोलियों से छलनी था और उनके कपड़े खून से सने थे. जवानों ने जब सोहेल को बुलाया तो वह एक जवान के पास गया.
दादा अपने पोते को गोद में उठा नहीं सकते थे. तभी एक CRPF के एक जवान ने बच्चे को अपनी तरफ बुलाया. उस समय भी गोलीबारी चल रही थी. सोहेल दादा के शव से उठकर उस जवान की तरफ बढ़ गया.
इसके बाद एक जवान ने बच्चे को सुरक्षित एनकाउंटर वाली जगह से दूर ले गया. ताकि बच्चा सुरक्षित रह सके. सोहेल रो रहा था. वह डरा हुआ था. बच्चे को बिस्किट और चॉकलेट दिया गया. लेकिन उसे कुछ समझ में नहीं आ रहा था.
इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस की वैन में बच्चे को उसके घर पहुंचाया गया. इसका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें बच्चा रोते हुए घर और अपनी मां के पास जाने की बात कर रहा है. पुलिस वाले उसे समझा रहे हैं.