हरियाणा के फतेहाबाद में सेना भर्ती के लिए कोरोना की डुप्लीकेट रिपोर्ट तैयार किए जाने का मामला सामने आया है. फतेहाबाद के रतिया शहर की एक फोटोस्टेट की दुकान पर कोरोना की डुप्लीकेट रिपोर्ट तैयार हो रही थी. कोरोना की डुप्लीकेट रिपोर्ट बनाने वाली दुकान में स्वास्थ्य विभाग और पुलिस टीम ने छापा मारा जहां से कोरोना रिपोर्ट के कुछ दस्तावेज, लैपटॉप और प्रिंटर बरामद किया.
विभाग की टीम दुकान मालिक पर कार्रवाई कर रही है. पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की अभी तक की जांच में सामने आया कि सेना भर्ती के लिए युवाओं की कोरोना की निगेटिव रिपोर्ट दिए जाने का रैकेट चल रहा था. दरअसल, दो युवक फोटोस्टेट की दुकान से रिपोर्ट लेकर एसएमओ के पास साइन करवाने पहुंचे थे लेकिन एक गलती से पूरे मामले का खुलासा हो गया.
एसएमओ ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद कार्रवाई शुरू हुई. बताया जा रहा है कि जिले के कस्बा रतिया में एक फोटोस्टेट की दुकान से ये फर्जी निगेटिव कोरोना रिपोर्ट तैयार करके सेना भर्ती के लिए जाने वाले युवाओं की दी जा रही थी. ये मामला तब खुला जब फर्जी कोरोना रिपोर्ट को लेकर सेना भर्ती के लिए जाने वाले दो युवक रतिया नागरिक अस्पताल के एसएमओ डॉक्टर भरत के पास रिपोर्ट पर साइन करवाने पहुंचे.
एसएमओ डॉक्टर भरत को कोरोना रिपोर्ट की बनवट और उस पर हुए काउंटर सिग्नेचर पर शक हो गया. डॉ. भरत के अनुसार कोरोना की फर्जी रिपोर्ट लाने वाले युवकों से कड़ाई से पूछा गया तो उन्होंने उस फोटोस्टेट की दुकान का पता बताया जहां से कोरोना की फर्जी रिपोर्ट तैयार की गई थीं. इसके बाद सूचना पुलिस को दी गई. स्वास्थ्य विभाग और पुलिस की टीम ने फोटोस्टेट की दुकान पर छापेमारी की तो वहां पर कोरोना रिपोर्ट के दस्तावेज मिले.
एसएमओ ने बताया कि शिकायत दर्ज कर ली गई है. साथ ही पुलिस मामले पर कार्रवाई कर रही है. पुलिस टीम ने मौके से कोरोना रिपोर्ट के दस्तावेज सहित एक लैपटॉप और प्रिंटर भी जब्त किया है. वहीं, पुलिस ये पता लगाने में जुटी हुई है कि अब तक कोरोना की कितनी फर्जी रिपोर्ट तैयार की गई हैं और कितने रुपये में ये रिपोर्ट दी जा रही थी. इस मामले को लेकर फोटोस्टेट दुकान के संचालक से पूछताछ की जा रही है.