इराक की राजधानी बगदाद में अमेरिका हमले में ईरान के शीर्ष सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी और इराकी अधिकारियों के मारे जाने के बाद इराक की सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. इराक की संसद में सैन्य ठिकानों से अमेरिकी सैनिकों को हटाने के लिए मतदान होने की संभावना है.
अमेरिकी हमले में शीर्ष ईरानी और इराकी कमांडरों के मारे जाने के बाद तेहरान समर्थक गुटों से इन सैन्य ठिकानों पर हमले की आशंका बढ़ गयी है. कातिब हिजबुल्ला धड़े ने कहा, ‘‘हम देश में सुरक्षा बलों से रविवार को शाम पांच बजे तक अमेरिकी बेस से कम से कम एक किलोमीटर दूर चले जाने का आग्रह किया है.’’
संयोग से समय सीमा ऐसे वक्त में निर्धारित की गयी है, जब रविवार को संसद सत्र का समापन होगा जिसमें अमेरिकी सैनिकों को देश से बाहर करने के लिए मतदान हो सकता है. इस्लामिक स्टेट जिहादी समूह के उभार को रोकने के लिए स्थानीय सैनिकों को प्रशिक्षित और मदद देने के लिए इराकी बेस में करीब 5200 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं.
इन सैनिकों की तैनाती व्यापक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन के तहत हुई थी, जिन्हें इराकी सरकार ने आईएस को इराकी क्षेत्र से खदेड़ने में मदद के लिए 2014 में बुलाया था. हाशेड के शिया बहुल धड़ों का ईरान के साथ करीबी संबंध है और यह संगठन महीनों से अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी का विरोध कर रहा है.
इराक की 329 सदस्यीय संसद की कार्यवाही स्थानीय समयानुसार दोपहर एक बजे से शुरू होगी और कार्यसूची का कोई प्रकाशन नहीं हुआ है लेकिन सांसद विदेशी सैनिकों पर वोटिंग कराना चाहते हैं.