गुरुवार देर रात कानपुर में कुख्यात बदमाश विकास दुबे के निवास पर पुलिस और मौजूद बदमाशों में हुई मुठभेड़ में उत्तर प्रदेश के पुलिस अधिकारी सहित 8 सिपाही बदमाशों की गोलियों से छलनी हो गए.
इस बड़ी दुस्साहसिक घटना में झांसी के मऊरानीपुर तहसील के निवासी सिपाही सुल्तान सिंह भी बदमाशों का सामना करते हुए शहीद हो गए. उनके पिता का नाम हर प्रसाद सिंह है. देर रात मिली सूचना पर पत्नी सहित परिजन कानपुर पहुंच गए हैं. वहीं, सिपाही के परिवार सहित मोहल्ले में मातम छा गया है.
झांसी निवासी शहीद सिपाही सुल्तान का पार्थिव शरीर विभागीय औपचारिकता के बाद मऊरानीपुर लाया जाएगा या झांसी, अभी इसकी पुष्टि नहीं हुई है. इस घटना की खबर फैलते ही नगर में मातम छा गया. उनके निवास मोहल्ला चौक दमेला में उनके घर भारी संख्या में लोग पहुंच कर शोक जता रहे हैं.
सुल्तान सिंह के चचेरे भाई अभय कुमार ने बताया कि वे पांच साल के थे तब से यहां आकर पढ़ रहे हैं. इनकी मां बचपन में ही चल बसी थी. उनकी एक सात साल की लड़की है. हम तो सरकार से ये कहेंगे कि उनकी लड़की की पढ़ाई की जिम्मेदारी ले.
मृतक सिपाही के दादा रामदास ने बताया कि उसकी पोस्टिंग कानपुर हो गई थी. उनकी मां बचपन में ही गुजर गई थी इसलिए उसकी परवरिश यहीं हुई. 2012 में उसका पुलिस में सेलेक्शन हुआ था. अब देखें योगी जी क्या कर रहे हैं और क्या नतीजा निकलता है.