हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर में बुधवार दोपहर 12 बजे के करीब बड़ा हादसा हुआ. यहां पर लैंडस्लाइड होने के कारण यात्रियों से भरी हुई बस मलबे में दब गई. लापता बस की तलाश जारी है. इसके अलावा कई और गाड़ियां भी मलबे की चपेट में आई हैं. अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 14 लोगों को मलवे से घायल अवस्था में बाहर निकाला गया है. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. रेस्क्यू में आईटीबीपी के 300 जवान लगे हैं.
ITBP के मुताबिक, किन्नौर के नुगुलसारी इलाके में भूस्खलन स्थल से कुल 10 शव बरामद किए गए हैं.अब तक 14 लोगों को बचा लिया गया है. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है. रेस्क्यू में आईटीबीपी के 300 जवान लगे हैं.
(फोटो- ANI)
जिस बस के लापता होने की सूचना मिली थी वह अब दिखाई दे रही है. Earth mover machines के जरिए मलबा हटाया जा रहा है. इस बस में 25 से अधिक लोगों के फंसे होने की आशंका है. रेस्क्यू में 2 घंटे से अधिक का वक्त लग सकता है. रेस्क्यू में आईटीबीपी के 300 जवान लगे हैं.
ITBP के पीआरओ विवेक पांडे ने बताया कि पहाड़ से पत्थर बहुत तेजी से गिरते हुए आए थे. जहां हादसा हुआ है, ये 50 से 60 मीटर का स्लोप एरिया है जो नदी की तरफ जाता है. आज मौसम बिलकुल साफ था. ऐसे हादसे का अंदेशा नहीं था.
हादसे में मरने वाले 10 में से 9 लोगों की पहचान हो गई है. वहीं, खाई में दिखी बस तक रेस्क्यू टीम को पहुंचने में दो घंटे लग सकता है. हिमाचल में हुई इस घटना के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय से लेकर दिल्ली तक के अफसर भी हालातों पर नजर बनाए हुए हैं.
हिमाचल प्रदेश में हुए हादसे के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से बात की है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री ने सीएम को रेस्क्यू ऑपरेशंस में हर संभव मदद देने का भरोसा दिया है.
जिस स्थान पर यह घटना हुई वह स्थान नुग्सलारी है, जो राज्य मुख्यालय शिमला से लगभग 163 किमी दूर स्थित है. घटना सुबह 11.05 बजे की है. बस का चालक बस से गिर गया, उसे बचा लिया गया है. उसने बताया है कि बस में 25 यात्री सवार थे. बस के अलावा एक ट्रक और कुछ अन्य वाहन भी भूस्खलन की चपेट में आ गए हैं.
कुछ स्थानीय लोगों ने कहा है कि उन्होंने कार में फंसे कुछ लोगों को मदद के लिए चीखते हुए सुना. लगातार हो रहे भूस्खलन और ऊंचाई से नीचे लुढ़कने वाले मलबे ने मौके पर पहुंचने की कोशिश कर रहे बचावकर्मियों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी कर दी है.
किन्नौर के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय बचाव दल को बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है. घटना स्थल से जो तस्वीरें सामने आ रही हैं, वह काफी खतरनाक हैं. जानकारी के मुताबिक, पहाड़ से कुछ मलबा गिरा था, जिसके बाद वहां से गुजर रहे वाहन उसकी चपेट में आ गए.
हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा है कि मैंने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया है, एनडीआरएफ को भी अलर्ट पर रखा गया है, हमें सूचना मिली है कि एक बस और एक कार मलबे के नीचे दबे हो सकते हैं, अभी पूरी जानकारी आने के बाद ही आगे की अपडेट दी जा सकेगी.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर से बात की. साथ ही गृह मंत्री अमित शाह ने डीजी आईटीबीपी से भी बात की है और उन्हें सैनिकों को जुटाने और तत्काल सहायता प्रदान करने के लिए कहा है.