कुछ मजदूर 70 फीट गहरे कुएं की सफाई करने नीचे उतरे तो उनका सामना सांप से हो गया. मजदूर तुरंत रस्सी से वापस चढ़े और सांप पकड़ने वाले को बुलाया. सांप पकड़ने वाले तैरना नहीं जानते थे, फिर भी हिम्मत से काम लेते हुए कुएं में उतर और सांप को बाहर निकालकर जंगल में छोड़ दिया.
यह मामला रतलाम जिले के बड़ायला माताजी गांव का सामने आया , जहां सांप को बचाने के लिए तैरना नहीं आने के बाद भी एक शख्स 70 फीट गहरे कुएं में रस्सी के सहारे उतर गया व सांप को पकड़ लिया.
दरअसल, रविवार को किसान हीरालाल पाटीदार के कुएं में मरम्मत के लिए मजदूर उतरे तो सांप से सामना हो गया. मजदूर सांप को मार देते इसके पहले ही किसान ने सांप पकड़ने वाले गणेश मालवीय को फोन करके कुएं में नागराज के होने की सूचना दी.
जानकारी मिलते ही गणेश मालवीय मौके पर पहुंच गए. गणेश मालवीय पेशे से शिक्षक भी हैं. उन्होंने सांप को कुएं से निकालने का फैसला किया. अब समस्या कुएं में उतरने की थी. जब कुछ संसाधन नहीं मिले तो वो सिर्फ रस्सी के सहारे जान पर खेलकर 70 फ़ीट गहरे कुएं में उतर गए. कुएं में उस समय 25 से 30 फ़ीट पानी भी भरा हुआ था.
10 से 15 मिनट की तलाश के बाद सांप किनारे पर बाहर निकला जिसे बिना किसी संसाधन के ही इस शख्स ने अपने हाथ से पकड़ लिया. 7 फीट लंबा सांप बिना किसी परेशानी के एक बार में गणेश के हाथ आ गया. बाद में गणेश ने उसे एक बैग में सुरक्षित रख लिया और रस्सी के सहारे ही बाहर निकल आए. बाद में सांप को जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया.
यह हिम्मत वाला काम करने वाले गणेश मालवीय, क्षेत्र में सांपों के मित्र के नाम से जाने जाते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में वे सांपों को लेकर लोगों को जागरूक भी करते हैं. बड़ी बात यह है कि पिपलौदा के यह सर्पमित्र और शिक्षक गणेश मालवीय तैरना नहीं जानते हैं बावजूद इसके वे सांप को कुएं से निकालने के लिए अपनी जान पर खेल गए.
गणेश मालवीय ने बताया कि रविवार सुबह सांप होने की सूचना आई तो मैं यहां पहुंचा. कुएं में पानी था और वह काफी गहरा भी था लेकिन सांप को बचाना भी था. फिर कुएं में रस्सी के सहारे उतरा और 10 मिनट की तलाश के बाद सांप को पकड़ लिया. उसके बाद सांप को जंगल में छोड़ दिया.