पालतू जानवरों की वफादारी के कई किस्से आपने सुने होंगे. कहीं कुत्ता अपने मालिक की जान बचाता है तो कहीं बिल्ली. एक ऐसा ही वाकया ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में सामने आया है. यहां एक पालतू बिल्ली ने कोबरा सांप से टक्कर ले ली. सांप फन फैलाए घर में घुसने की कोशिश कर रहा था, लेकिन बहादुर बिल्ली ने उसे घुसने नहीं दिया.
घटना ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के कपिलास इलाके की है. दरअसल, यहां पर एक घर के मालिक के लिए उसकी 'सोनी' नाम की बिल्ली ने अपनी जान पर खेलकर अपने मालिक की जान बचाई. 'सोनी' ने घर में कोबरा सांप को घुसने नहीं दिया. करीब घंटों तक चली मशक्कत के बाद आखिरकार सांप को पीछे लौटना पड़ा.
पालतू बिल्ली ने घर के अंदर कोबरा को जाने से रोक दिया. सोनी नाम की एक पालतू बिल्ली ने मालिक के घर के अंदर कोबरा के प्रवेश करने से न केवल रोका, बल्कि घंटों तक पहरेदारी करती. घर के अंदर जहरीले सांप के प्रवेश को रोकने और अपने मालिकों की जान बचाने के लिए 'सोनी' घंटों तक चट्टान पर खड़ी रही.
सोनी के रूप में पहचानी जाने वाली बिल्ली घर और कोबरा के बीच 2 घंटे से अधिक समय तक दीवार बनकर खड़ी रही. घंटों तक कोबरा पर नजर रखती रही, कभी-कभी उसे बाहर निकालने के लिए कोबरा पर दहाड़ती थी. आखिर में कोबरा ने घर में घुसने के प्लान को छोड़ दिया. 'सोनी' तब तक मुस्तैद रही, जबतक सांप हेल्पलाइन से बचाव दल मौके पर नहीं पहुंच गया.
संपद कुमार परिदा और उनके परिवार के लिए 'सोनी' ने अपनी जान की बाजी लगा दी. मीडिया से बात करते हुए अरुण ने बताया कि उनकी बिल्ली 1.5 साल की है, जब तक सांप बचाव दल की टीम नहीं आई, तब तक पालतू बिल्ली सांप को रोकने के लिए पहरा देती रही, लड़ाई घंटों चली लेकिन सौभाग्य से कोई भी घायल नहीं हुआ.
जब तक मदद के लिए हेल्प लाईन से कोई संपद कुमार परिदा के घर पहुंचा, तब तक बिल्ली कोबरा के आगे तनकर बैठी हुई थी. इसके बाद बिल्ली को वहां से भगाया और स्नेक हेल्पलाइन के अरुण बराल ने कोबरा को पकड़ लिया. संपद कुमार ने बताया कि उनकी बिल्ली डेढ़ साल की है और परिवार के सदस्य की तरह रहती है.
स्नेक हेल्पलाइन के महासचिव शुभेंदु मलिक ने कहा कि कोबरा को शहर के बाहर जंगल में छोड़ दिया गया है. उन्होंने कहा कि उन्होंने बिल्ली के शरीर की अच्छी तरह से जांच की और कोई नुकीला निशान नहीं मिला. उन्होंने कहा कि ऐसा अक्सर देखा गया है कि पालतू जानवर अपने मालिकों के सबसे अच्छे रक्षक साबित हो रहे हैं.