एक ऐसी सभ्यता जिसकी हर भविष्यवाणी, कैलेंडर और पिरामिड्स हमेशा से चर्चा का विषय रहे हैं. पुरातत्वविदों ने अब फिर उसी सभ्यता का सबसे पुराना और बड़ा स्मारक खोजा है. यह स्मारक एक ऊंचा उठा हुआ प्लेटफॉर्म है जो करीब 1.4 किलोमीटर लंबा है. आइए जानते हैं इसके बारे में... (फोटोः ताकेशी इनोमाता)
माया सभ्यता के दौर में बनाया गया यह स्मारक अगुआडा फेनिक्स (Aguada Fenix) कहलाता है. पुरातत्वविदों की माने तो मेक्सिको में मिले इस स्मारक को 1000 बीसी में बनाया गया था. यह स्मारक दक्षिण-पूर्व मेक्सिको के तबास्को राज्य में है. (फोटोः ताकेशी इनोमाता)
माया सभ्यता अपने कैलेंडर और सीढ़ीदार पिरामिडों के लिए जाना जाता है. साथ ये भी माना जाता है कि माया सभ्यता के लोगों ने अमेरिका और यूरोपीय देशों में कई बड़े शहर बनाए थे. (फोटोः ताकेशी इनोमाता)
माया सभ्यता के विद्वानों को अंतरिक्ष विज्ञान का भी ज्ञान था. लेकिन यह पूरी सभ्यता 800 एडी के आसपास खत्म हो गई थी. इसी सभ्यता के कैलेंडर के अनुसार 2012 में धरती पर प्रलय आने की भविष्यवाणी की गई थी. (फोटोः ताकेशी इनोमाता)
टक्सन स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ एरिजोना की डैनिएला त्रियादान और उनके साथियों ने लिडार (Lidar) तकनीक का सहारा लेकर जमीन पर मिले इस स्मारक का 3डी नक्शा तैयार किया है. आपको बता दें कि भारत में भी लिडार तकनीक से ही पूरी गंगा नदी का 3डी नक्शा बनाया जा रहा है. (फोटोः ताकेशी इनोमाता)
डैनिएला त्रियादान और उनके साथियों को स्मारक के आसपास 21 ऐसे स्थान मिले हैं, जहां माया सभ्यता के अवशेष मिले हैं. डैनिएला की टीम इन अवशेषों के खनन के कार्य में लगे हैं. (फोटोः ताकेशी इनोमाता)
अगुआडा फेनिक्स करीब 1413 मीटर लंबा, 399 मीटर चौड़ा और 10 से 15 मीटर ऊंचा है. इसके चारों तरफ छोटे-छोटे निर्माण हैं. जिनमें पानी जमा करने के स्रोत, रास्ते, सड़कें और कुछ ऊंचे प्लेटफॉर्म्स. (फोटोः ताकेशी इनोमाता)
डैनिएला ने बताया कि जब आप इस जगह पर चलेंगे तो आपको एक सामान्य पठार पर चलने जैसा महसूस होगा, लेकिन लिडार तकनीक के जरिए हमें सच्चाई का पता चला. (फोटोः एएफपी)
डैनिएला ने बताया कि माया सभ्यता के दौरान अगुआडा फेनिक्स को बनाना बड़ा काम रहा होगा. इसे बनाने में करीब 3.2 से 4.3 मिलियन क्यूबिक मीटर जमीन का उपयोग हुआ है. (फोटोः एएफपी)
अगुआडा फेनिक्स के निर्माण के तरीके को देख कर लगता है कि उस समय समतावाद का जमाना था. यानी उस समय सब बराबर थे. कोई बड़ा-छोटा, अमीर-गरीब नहीं था. अगुआड़ा फेनिक्स को देख कर लगता है कि इसे किसी रईस ताकतवर ने नहीं बनाया है. (फोटोः एएफपी)
ऐसा माना जाता है कि इस स्थान पर सामुदायिक जमावड़ा होता होगा. क्योंकि ये चारों तरफ से खुला हुआ है. (फोटोः एएफपी)