पाकिस्तान की राजनीति पर वहां की सेना की पकड़ का खुलासा खुद वहां के एक मंत्री ने यह कहकर कर दिया कि देश में कोई ऐसा राजनेता नहीं है जो फौज की नर्सरियों में पला-बढ़ा न हो. यह बयान पाकिस्तान के रेलवे मंत्री शेख रशीद अहमद ने दिया है. अपने बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले रशीद ने एक टीवी कार्यक्रम में यह बात कही.
उन्होंने कहा, "मुल्क में कोई एक भी सियासतदां ऐसा नहीं है जो फौज की नर्सरियों में पल कर जवान न हुआ हो. पाकिस्तान की सियासत में जितने लोग आए हैं, वे सभी फौज के आशीर्वाद से आए हैं."
शेख रशीद ने पूर्व सैन्य तानाशाह परवेज मुशर्रफ का बचाव करते हुए यह बात कही. मुशर्रफ राजद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हैं. उन्होंने कहा, "मैं परवेज मुशर्रफ को गद्दार और भ्रष्ट नहीं मानता. अगर यह देखना है कि किसने गैर संवैधानिक काम किया है तो फिर ऐसे लोगों की तो एक लंबी लाइन है."
उन्होंने कहा, "फौज की एक व्यवस्था होती है और यह सियासत नहीं है. सियासतदां उन आवारा बत्तखों की तरह हैं जो फौज के घोंसलों में अंडे देकर जवान हुए हैं. कोई एक भी सियासतदां ऐसा नहीं है जो फौज की नर्सरियों में पलकर जवान नहीं हुआ. एक भी सियासतदां का नाम बताएं जो जीएचक्यू (फौज मुख्यालय) के गेट नंबर चार की पैदावार न हो."
बता दें कि इससे पहले पाकिस्तान सरकार के बड़बोले रेल मंत्री शेख रशीद के करतारपुर कॉरिडोर को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा था कि करतारपुर कॉरिडोर आर्मी चीफ जनरल बाजवा के दिमाग की उपज है और आने वाले दिनों में ये भारत को सबसे बड़ी चोट पहुंचाएगा.