आम को फलों का राजा माना जाता है. गर्मी के इस मौसम में रसीले आम खाने का मजा ही कुछ और है लेकिन क्या आपको पता है आमों की एक मलिका भी है जिसके लोग मुरीद हो गए हैं और इसके लिए कोई भी कीमत चुकाने को तैयार है. साधारण तौर पर आम बाजार में 50-60 रुपये किलो मिलते हैं लेकिन आमों की मलिका 'नूरजहां' के लिए आपको पूरे 1200 रुपये चुकाने होंगे. इतने पैसे में भी सिर्फ आपको मिलेगा एक आम. (सभी तस्वीरें सांकेतिक हैं)
आमों की मलिका 'नूरजहां' कोई ऐसा वैसा आम नहीं है. अच्छे मौसम की वजह से इस एक आम का वजन बढ़कर 2 किलो 75 ग्राम हो गया है. अफगानी मूल की मानी जाने वाली की इस दुर्लभ प्रजाति के कुछ गिन-चुने पेड़ ही भारत में हैं.
'नूरजहां' आम के कुछ पेड़ मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिले के कट्ठीवाड़ा क्षेत्र में ही हैं. इंदौर से 250 किलोमीटर दूर कट्ठीवाड़ा में विशेषज्ञ इशाक मंसूरी इस आम की खेती करते हैं. उन्होंने बताया कि अनुकूल मौसम की वजह से नूरजहां आम के पेड़ों में इस बार खूब फूल आए जिससे अच्छी फसल हुई. आमतौर पर इस आम का वजन 2.5 किलोग्राम हुआ करता था लेकिन इस बार इस आम का वजन 2.75 किलोग्राम है.
इस आम की खेती करने वाले मंसूरी के मुताबिक बीते साल खराब मौसम के कारण नूरजहां की फसल बर्बाद होने जाने से इसे चाहने वाले मायूस हो गए थे. लेकिन इस बार अच्छी फसल की वजह से नूरजहां आम कै शौकीन बेहद खुश हैं और वो आम के लिए कोई भी कीमत देने को तैयार हैं. उन्होंने बताया कि इन दिनों नूरजहां मूल का एक-एक आम 700-800 रुपये में बिक रहा है और सबसे ज्यादा वजन वाले आम के लिए 1200 रुपये तक चुकाये जा रहे हैं.
आम विशेषज्ञ मंसूरी ने बताया कि गुजरात के अहमदाबाद, वापी, नवसारी और बड़ौदा के कुछ आम शौकीनों ने पहले ही नूरजहां फल की सीमित संख्या की वजह से अग्रिम बुकिंग करा ली है. उन्होंने बताया कि कई लोग तो सिर्फ इस आम से लदे पेड़ों के साथ फोटो खींचने और सेल्फी लेने आ जाते हैं.
नूरजहां आम की एक विशेष प्रजाति है. इस प्रजाति के आम एक फुट तक लंबे हो सकते हैं और सिर्फ इनकी गुठली का वजन 150 से 200 ग्राम के बीच होता है.
आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इस आम का सबसे ज्यादा वजन 3 से 4 किलो के बीच भी होता है. हालांकि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की वजह से अब इस आम की प्रजाति पर संकट मंडरा रहा है.