एमपी के भिंड में पीएचई विभाग के अधिकारियों का एक अनोखा कारनामा सामने आया है. सीएम हेल्पलाइन पर की गई एक हैंडपंप की शिकायत का निराकरण करते हुए अधिकारियों ने शिकायतकर्ता को पागल तक बता दिया. इतना ही नहीं, शिकायतकर्ता की छाती पर हैंडपंप गाड़ने तक की बात लिख दी.
मामला जब मीडिया में आया तो अब अधिकारी इस पर सफाई देते हुए कह रहे हैं कि ये आईडी और पासवर्ड ट्रेस करके विभाग के ही किसी व्यक्ति की शरारत है.
दरअसल, भिंड जिले में लहार के राहवली बेहड़ गांव में आठ महीने पहले पीएचई विभाग द्वारा सरकारी हैंडपंप लगाने के लिए खनन किया गया था. लेकिन अधिकारियों की उदासीनता और लापरवाही के चलते हैंडपंप के काम अधूरा ही छोड़ दिया गया.
आठ महीने बाद भी जब हैंडपंप शुरू नहीं हुआ तो गांव के राहुल दीक्षित नाम के युवक ने 7 जून को सीएम हेल्पलाइन में एक शिकायत दर्ज कराई थी. एक माह बाद 9 जुलाई को पीएचई विभाग द्वारा शिकायत का जवाब भेजा गया.
जवाब में पीएचई विभाग की तरफ से लिखा गया, "शिकायतकर्ता पागल है, मिर्गी के दौरे आते हैं. हैंडपंप खराब नहीं है, इसका दिमाग खराब है. पूरा पीएचई महकमा जानता है. इस पागल ने मेरे हैंडपंप मैकेनिक के कपड़े फाड़ दिए हैं. अब वक्त आ गया है कि चीनी युद्ध किया जाए जो गोरिल्ला नीति है. हैंडपंप उखाड़कर शिकायतकर्ता की छाती में गाड़ा जाएगा." इस जवाब को पढ़कर शिकायतकर्ता राहुल भी चकरा गया.
मामला जब मीडिया मे आया तो पीएचई विभाग के अधिकारी भी हरकत में आ गए. उन्होंने आनन-फानन में राहवली बेहड़ गांव के सरकारी हैंडपंप के अधूरे काम को पूरा करवा दिया. साथ ही उस जवाब को पोर्टल से डिलीट कर दिया है. शिकायतकर्ता का कहना है कि ऐसे अधिकारियों पर कार्रवाई होनी चाहिए.
इस अनोखे निराकरण के बारे में जब पीएचई विभाग के अधिकारी से सवाल किया तो उन्होंने बताया कि किसी ने आईडी और पासवर्ड ट्रेस करके ये काम किया है. साथ ही अधिकारी का कहना है कि ये काम विभाग के ही किसी व्यक्ति द्वारा किया गया है. इस बात की शिकायत कलेक्टर भिंड से भी की जा चुकी है.