दुनिया के सबसे बड़े इलेक्ट्रिक प्लेन ने पहली बार सफल उड़ान भरी है. अमेरिका की एक स्टार्टअप कंपनी ने इस प्लेन को बनाया है. इस प्लेन में 9 पैसेंजर बैठ सकते हैं. यह 37 फीट लंबा है. यह प्लेन अमेरिका में हुई पहली उड़ान के दौरान 30 मिनट तक आसमान में रहा. इस प्लेन का नाम है ई कैरावैन (eCaravan). (फोटोः MagniX)
ई कैरावैन को अमेरिकी स्टार्टअप कंपनी मैग्नी एक्स (MagniX) ने बनाया है. जिसमें बाद में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग फर्म एयरोटेक (AeroTEC) ने कुछ बदलाव किया है. (फोटोः MagniX)
दोनों कंपनियों ने मिलकर सेसना कैरावैन 208बी विमान को ई कैरावैन में बदला है. फिर इसे 28 मई को उड़ाया गया. आपको बता दें कि सेसना कैरावैन विमान दुनिया भर के 100 देशों में उड़ाया जाता है. (फोटोः MagniX)
ई कैरावैन के इलेक्ट्रिक मोटर से 750 हॉर्सपावर की ऊर्जा जेनरेट होती है. जिससे यह विमान उड़ता है. मैग्नीएक्स कंपनी का कहना है कि हम चाहते हैं कि विमानों से भी प्रदूषण न हो. इसके लिए ऐसे विमानों को छूटी दूरियों के लिए उपयोग किया जा सकता है. (फोटोः MagniX)
इसके पहले कंपनी ने एक 6 सीटर इलेक्ट्रिक प्लेन का सफल परीक्षण कनाडा के वैंकूवर में किया था. यह हार्बर एयर का विमान था. उसने 15 मिनट तक आसमान में उड़ान भरी थी. हार्बर एयर ज्यादातर समुद्र, नदियों और नहरों के किनारे बसे शहरों को प्लेन से जोड़ता है. (फोटोः MagniX)
कुछ दिन पहले इंग्लैंड की क्रेनफील्ड एयरोस्पेस सॉल्यूशंस कंपनी ने संभावना जताई थी कि 2023 तक दुनिया भर में इलेक्ट्रिक प्लेन उड़ने लगेंगे. हो सकता है उनकी दूरी कम हो लेकिन इससे कनेक्टिविटी ज्यादा हो जाएगी. (फोटोः MagniX)
ई कैरावैन की एक बार में 160 किलोमीटर तक उड़ सकता है. इसकी अधिकतम गति 183 किलोमीटर प्रतिघंटा है. कंपनी ने कहा है कि 2021 के अंत तक हवाई सेवाएं देने वाली कंपनियों को ये विमान मिलने लगेंगे. (फोटोः MagniX)