एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी की बेटी पायल डिकी सिन्हा का 13 दिसंबर रात 2 बजे निधन हो गया था. पायल लंबे वक्त से बीमार चल रही थीं. उन्हें जुवेनाइल डायबिटीज थी. अब पायल के पति डिकी सिन्हा ने एक इंटरव्यू में कई सारे शॉकिंग खुलासे किए हैं.
स्पॉटबॉय को दिए इंटरव्यू में डिकी ने कहा कि उनके और उनके ससुरालवालों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. डिकी ने कहा- 'मुझे उन लोगों से कोई ईश्यू नहीं है.
मैंने केस जीता था. पायल मेरे साथ ही रह रही थी. अपने आखिरी वक्त में भी वो
मेरे साथ ही थी.'
आगे डिकी ने कहा- 'आपको पता है कि मौसमी ने पायल
के मरने के बाद उसका चेहरा तक नहीं देखा. वो फ्यूनरल में भी नहीं थी. वो
श्मशान घाट तक भी नहीं आई थी. पायल के पापा और बहन ही बस फ्यूनरल में आए थे.
यहां तक कि जब पायल जिंदा थी तो उसकी बहन मेघा ने एक बार उसे जबरदस्ती
प्रसाद खिलाने की कोशिश की थी, जिसकी वजह से वो लगभग चोक्ड हो गई थी.'
डिकी
ने कहा- 'उन लोगों ने पायल की बीमारी को ईगो इश्यू बना लिया था. जिस तरह
मैं पायल की देखरेख कर रहा था कुछ सेलेब्स ने मेरी तारीफ की, जिसके बाद
मौसमी ने लड़ाई शुरू की और इसे पब्लिक किया. मैंने अब तक इसके बारे में बातचीत
नहीं की. पहली बार मैं इस सब के बारे में बोल रहा हूं. ये सब इसलिए नहीं है
कि मैं अपना नाम साफ करना चाहता हूं, ये बस इसलिए है ताकि सच्चाई सामने
आए.'
'पायल लगभग ढाई साल से कोमा में थी, लेकिन दो बार, वो होश में
आईं. यहां तक कि सपोर्ट के जरिए उसे चलाने में भी कामयाब रहे. हालांकि बाद
में, कुछ कॉम्प्लिकेशन हो गए. इस पूरी बीमारी के दौरान, उसका दो बार
ऑपरेशन हुआ. एक बार ब्रेन सर्जरी की गई थी.'
डिकी ने कहा- 'और हां,
पिछले 2 महीनों में मौसमी 5 बार केवल 5 मिनट के लिए हॉस्पिटल आईं. मेरे पास
सबूतों की रिकॉर्डिंग है. मैंने कभी भी पायल को देखने से मना नहीं किया था.
मुझे बड़ा नुकसान हुआ है. मैंने अपनी पूरी कोशिश की. सच कहूं, तो मुझे
नहीं लगता कि मैं किसी के प्रति जवाबदेह हूं.'
बता दें, पायल अप्रैल 2018 में कोमा में थीं. उनके पति डिकी सिन्हा उन्हें अस्पताल से घर ले आए थे. मगर मौसमी चटर्जी और उनके पति जयंत मुखर्जी ने दामाद पर उनकी बेटी की सही देखभाल ना करने के गंभीर आरोप लगाए थे. उनका कहना था कि डिकी ने पायल की फिजियोथेरेपी ट्रीटमेंट बंद करवा दी है. बेटी की बिगड़ती तबीयत के बाद मौसमी और उनके पति ने बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था.
पायल के पेरेंट्स की याचिका में लिखा था- ''28 अप्रैल 2018 में पायल को अस्पताल से घर लाया गया. डॉक्टर ने फिजियोथेरेपी और डाइट का खास ख्याल रखने को कहा था. लेकिन इसे फॉलो नहीं किया गया. डिकी ने ना फिजियोथेरेपी कराई ना ही पायल की डाइट में बदलाव किया. स्टाफ की पेमेंट बंद कर दी. नर्सें चली गई हैं. पायल की मेडिकल रिपोर्ट दिखाने से दामाद ने मना कर दिया है. डिकी हमें पायल से मिलने भी नहीं देता.''