बुध ग्रह कर्क राशि में 9 अगस्त को सुबह 5 बजकर 43 मिनट पर अस्त हो चुके हैं. ग्रहों के युवराज बुध के अस्त या उदय होने का सीधा असर इंसान की बुद्धि और व्यापार पड़ता है. बुध के अस्त होते ही सभी राशियों से इसका प्रभाव कम हो जाता है. यानी जिन राशियों को इससे फायदे या नुकसान हो रहे थे, उसमें कमी आ जाती है. बुध 1 सितंबर यानी अगले 23 दिनों तक अस्त रहने वाला है और मिथुन, कर्क, सिंह, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशियों को इससे ज्यादा नुकसान है. आइए जानते हैं इसका सभी राशियों पर कैसा असर रहेगा.
मेष- मेष राशि के चौथे भाव में बुध अस्त हो रहे हैं. इस राशि में बुध के
अस्त होने से जातकों को ज्यादा नुकसान नहीं होगा. आप शारीरिक थकान या
मानसिक अवसाद के शिकार हो सकते हैं. लेकिन अब तक मिल रहे लाभ में किसी तरह
की रुकावटें नहीं आएंगी. कार्य व्यापार जैसा चल रहा था वैसा ही चलेगा.
वृषभ-
बुध के अस्त होते ही वृषभ राशि के जातकों को थोड़ा संभलकर रहना होगा. राशि
के तीसरे भाव में बुध के अस्त होने से पराक्रम और उत्साह में कमी आ सकती
है. आलस्य के हावी होने से बड़ा नुकसान हो सकता है. स्वभाव में चिड़चिड़ापन
आ सकता है. परिवार के बड़े सदस्यों से अनबन हो सकती है. स्वास्थ्य भी खराब
हो सकता है.
मिथुन- मिथुन राशि से द्वितीय धन भाव में बुध के अस्त
होने से इस राशि के जातकों को बड़ा नुकसान होगा. अस्त बुध के साथ-साथ सूर्य
भी आपकी स्थिति खराब करेगा. घर में आर्थिक तंगी बढ़ेगी. वाणी दोष के चलते
लोगों से संबंध खराब होंगे. इसके अलावा सेहत को लेकर भी आपको गंभीर रहने की
जरूरत है.
कर्क- कर्क राशि में बुध का अस्त होना मिला-जुला परिणाम
देगा. रुपए के लेन-देन से बचना होगा. कार्य व्यापार में भारी नुकसान होने
की संभावनाएं हैं. नौकरीपेशा लोगों के लिए सब सही चलता रहेगा. यात्रियों को
सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. सगे-संबंधियों के साथ विवाद में उलझने
से नुकसान हो सकता है.
सिंह- सिंह राशि से हानि भाव में बुध के अस्त
होने से आपको भी मिले-जुले परिणाम मिलेंगे. कार्य व्यापार में लाभ जरूर
होगा, लेकिन आर्थिक तंगी पीछा नहीं छोड़ेगी. कठोर परिश्रम से निश्चित ही
करियर में सफलता मिलेगी. सगे-संबंधियों से शुभ समाचार मिल सकता है. कर्ज के
लेन-देन से दूर रहें और सेहत का ख्याल रखें.
कन्या- बुध कर्क राशि
के लाभ भाव में अस्त होने जा रहे हैं जो आपकी आमदनी बड़ा असर डालेगा.
हालांकि व्यापार वर्ग पर इससे ज्यादा नुकसान नहीं होगा. परिवार के वरिष्ठ
सदस्यों से सहयोग मिलेगा. नया व्यापार शुरू करने के लिए भी समय काफी अनुकूल
रहेगा. प्रतिद्वंद्वी की साजिशें नाकाम करेंगे.
तुला- राशि से दशम
कर्म भाव में बुध का अस्त होना काम-धंधे की रफ्तार कम करेगा. कड़ी मेहनत से
भी पर्याप्त फल की प्राप्ति नहीं होगी. माता-पिता के स्वास्थ्य के प्रति
सावधानी बरतें. धर्म-कर्म के मामलों में रुचि बनी रहेगी. विदेश यात्रा अथवा
विदेशी नागरिकता के लिए आवेदन करना बेहतर रहेगा.
वृश्चिक- वृश्चिक
राशि से भाग्य भाव में बुध का अस्त होना आपके व्यापार और काम-काज के लिए
अच्छा नहीं है. सम्मान में कमी आएगी. पद प्रतिष्ठा को नुकसान हो सकता है.
धर्म-कर्म के मामलों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे. मांगलिक कार्य
सफलतापूर्वक पूरे होंगे. विदेश से लाभ के योग बन रहे हैं.
धनु- धनु
राशि से आठवें भाव में बुध का अस्त होना सेहत के लिए तो अच्छा रहेगा, लेकिन
दांपत्य जीवन में कुछ दिक्कतें पैदा हो सकती हैं. ससुराल पक्ष से नुकसान
हो सकता है. अधिक परिश्रम करने से ही लाभ होगा. समाज में सम्मान बढ़ेगा.
किसी बाहरी व्यक्ति पर आंख मूंदकर विश्वास करने से नुकसान हो सकता है.
मकर-
मकर राशि से सातवें भाव में बुध का अस्त होना रिश्ते, प्रेम संबंध और विवाह
के मामले में अड़चनें पैदा कर सकता है. अच्छे परिणाम की इच्छा रखने वाले
विद्यार्थियों की एकाग्रता भंग हो सकती है. संतान संबंधी चिंता भी तंग कर
सकती है. हालांकि सोच-समझकर किए गए सभी कार्य भली भांति पूर्ण होंगे.
कुंभ-
कुंभ राशि से छठे भाव में बुध के अस्त होने से स्वास्थ्य पर बुरा असर
पड़ेगा. अधिक कर्ज के लेन-देन से दिक्कतें बढ़ सकती हैं. कोर्ट कचहरी के
मामले भी बाहर ही सुलझा लें तो बेहतर रहेगा, अन्यथा आपको ही नुकसान होगा. परिवार के वरिष्ठ सदस्यों से
सहयोग मिल सकता है.
मीन- मीन राशि से पांचवें भाव में बुध का अस्त
होना कार्य-व्यापार पर बुरा असर डालेगा. शादी विवाह के मामलों में भी विलंब
हो सकता है. माता-पिता की सेहत को नुकसान हो सकता है. घरेलू कलह दूर
होंगे. योजनाएं गोपनीय रखें और पूर्ण होने तक उसे सार्वजनिक ना करें.